राजनीति में प्रवेश का किया ऐलान
आईएनएन/चेन्नई, @Infodeaofficial
पूर्व न्यायाधीश सीएस करनन का विवादों से चोली दामन का रिश्ता है। मद्रास और कोलकाता हाईकोर्ट के न्यायाधीश रहते हुए इन्होंने कई विवादित फैसले सुनाए। न्यायपालिका में सेवा देने के बाद अब करनन ने जनसेवा का मन बना लिया है।
उन्होंने अपनी राजनैतिक पार्टी शुरू करने की घोषणा कर दी है। करनन भारत के पहले ऐसे जज होंगे जो सेवानिवृत होने के बाद राजनीति में अपना हाथ आजमाएंगे। करनन की पार्टी का नाम एंटी करप्शन डायनमिक पार्टी है। उन्होंने कहा कि देश में व्याप्त भ्रष्ट्राचार और भेद-भाव को दूर करने के लिए राजनीति में आने का मन बनाया है। जिससे गरीब, नीचले तबके के लोगों को हक दिला सकें और उनके साथ न्याय हो।
करनन और विवाद दोनों एक दूसरे के पर्याय हैं। कोलकाता हाईकोर्ट के जज रहते हुए उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश व छह अन्य जजों के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी कर दिया था। मद्रास हाईकोर्ट में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने साथी जजों जाती के आधार पर भेद-भाव का अरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि कोर्ट में जजों के चयन पर पक्षपात किया जाता है। इसे के बाद उनका तबादला कोलकाता हाईकोर्ट कर दिया गया। वह पहले एसे जज है जिन्हें छह महिने जेल की सजा हुई। बिते साल दिसम्बर में ही वह रिहा हुए हैं। उन्होंने समाज के विभिन्न तबके के लोगों से आग्रह किया है कि वह उनके इस अभियान में उनका साथ दे।
करनन ने कहा कि आगामी चुनाव और पार्टी के प्रत्याशियों के बारे में अभी उन्होंने कुछ तय नहीं किया है। वह और उनके साथी इस विषय पर मिलकर चर्चा कर अंतिम निर्णय लेंगे। हालांकी उन्होंने यह तो साफ कर दिया कि उनकी पार्टी में महिलाओं को प्रमुखता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर वह सत्ता में आते हैं तो सबसे पहले वह भ्रष्ट जजों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे, जिसकी वजह से न्यायपालिका की छवी धुमिल हुई है। वह अपनी पार्टी में हर तबके पुरुष, महिला, किन्नर सभी जाति व धर्म के लोगों को मौका देना चाहते हैं। वह जात-धर्म के आधार पर पक्षपात में विश्वास नहीं रखते हैं।
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