कैंसर से होने वाली मौत का उपाय कम्युनिटी मॉडल ऑफ स्टेमसेल बैकिंग: मयूर अभय
आईएनएन/चेन्नई, @Infodeaofficial
हर मिनट और हर साल ब्लड कैंसर के कारण देश में लोगों की जाने जाती है। इन कीमती जिंदगियों को कम्युनिटी मॉडल ऑफ स्टेमसेल बैकिंग द्वारा बचाया जा सकता है। जरूरत है तो बस लोगों को इस बारे में जागरुक करने की।
यहां आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए लाइफसेल कंपनी के प्रबंध निदेशक मयूर अभय ने कहा कि कम्युनिटी मॉडल ऑफ स्टेमसेल बैंकिंग से न केवल संबंधित व्यक्ति को बल्कि पूरे परिवार को इसका फायदा मिलेगा।
उन्होंने कहा कि लाइफसेल अपने इस प्रयास में काफी जोर-शोर काम कर रहा है ताकि इससे हर पल दम तोड़ती जिंदगी को बचाया जा सके। यह तभी संभव है तब प्रत्येक व्यक्ति को उनके मैचिंग कोर्ड ब्लड युनिट मिल सकेगा।
प्रत्येक तीन मिनट में एक व्यक्ति ब्ल्ड कैंसर से पीडि़त पाया जाता है और प्रत्येक 10 मिनट में ब्लड कैंसर से पीडि़त व्यक्ति की मौत होती है। इनमें से 70 प्रतिशत एसे लोग होते हैं जिन्हे लाइफसेविंग ट्रांसप्लांट की जरूरत होती है वो भी अपने परिवार के मैचिंग डोनर से।
देश में ब्लड कैंसर से हो रही मौतो और ट्रांसप्लांट के लिए मैचिंग डोनर की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए लाइफसेल कंपनी ने मार्च 2017 में कम्युनिटी स्टेमसेल बैंकिंग मोडल को लांच किया। इस विधि के तहत अपने बच्चे के जन्म के बाद नवजात के गर्भनाल को लोग लाइफसेल के कम्युनिट स्टेमसेल बैंकिंग में जमा करा सकते हैं जिसका फायदा उनके पूरे परिवार को मिलेगा।
अभी भी लोगों को स्टेमसेल बैकिंग के बारे में जागरुकता नहीं है। इस स्टेमसेल बैकिंग सुविधा से न केवल बच्चे व उसके माता-पिता को फायदा मिलता है बल्कि उसके दादा-दादी को भी इसका फायदा मिलता है।