रीतेश रंजन, आईआईएन/चेन्नई, @Royret
कोरोंना महामारी ने दुनियाभर के लोगों को मुश्किल में ला दिया है। हर रोज़ इस बीमारी की चपेट में आनेवाले लोगों की संख्या बढ़ती ही जा रही है और मरने वाले लोगों की भी। एक तरफ बीमारी लोगो को सता रही है है तो दूसरी तरफ बीमारी के कारण लगी पाबन्दी लोगो के लिए दोहरी परेशानी खड़ा कर रही है।
इस बीमारी से बचने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिनों के लॉक डाउन का आदेश जारी किया जिससे की उन लोगों को बचाया जा सके जो इस बीमारी से प्रभावित नहीं है। इस लॉक डाउन की वजह से जो भी लोग जहा है वही अटक गए। इससे कई लोगों को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अब लोग इस लॉक डाउन के ख़तम होने का इंतज़ार कर रहे है जिससे की उनका रोजगार व्यवसाय शुरू हो जाए और फसे लोग अपने गंतव्य तक पहुंच सके।
ऐसे ही एक परेशिनी से राजस्थान के पाली जिले के अंकुर नौलखा की है जो चेन्नई अपने एक रिश्तेदार के घर पर अपनी शादी का कार्ड देने आए आए थे और लॉक डाउन के कारण यही अटक गए। 16 अप्रैल को इनकी शादी होने वाली थी। घरवालों ने सारी तैयारियां कर रखी थी, कार्ड बट चुके थे !
लेकिन उनके अटक जाने के कारण की शादी टलने को है! लड़की के घर वाले भी इस परिस्थिति को देखकर काफी परेशान हैं घरवाले फोन कर कर के वैकल्पिक इंतजाम के बारे में सोच रहे हैं लेकिन कोई इंतजाम नहीं हो पा रहा उनके वापस आने का!
चेन्नई के निवासी विमल राज कोठारी बताते है कि उनकी पत्नी और बच्चा अपनी मां से मिलने के लिए गए हुए थे और इस बीच लोग डाउन हो गया! जिसके कारण वे लोग वापस नहीं हो पा रहे हैं।
अब एक तरफ विमल और दूसरी तरफ उनकी पत्नी दोनों परेशान है। दोनों हर प्रकार की कोशिस में लगे हुए है की किस तरह से दोनों एक दूसरे से मिल सके।
गौतम चंद दुग्गर अपने परिवार के साथ और समाज के कुछ लोगों के साथ बाहर जाने का ट्रिप बनाया था जो अब लोग डाउन के कारण रद्द हो गया है! उनकी परेशानी यह है कि पहले तो उनकी ट्रैवल एजेंसी उनके पैसा वापस करने को तैयार नहीं थी!
जब विश्व भर में इस लोक अदाओं का आदेश जारी हुआ तब कंपनी ने पैसा वापस करने के बजाय इन्हें क्रेडिट नोट देने का वादा किया है! उनकी सबसे बड़ी परेशानी हो गई क्योंकि इन्होंने एक साथ काफी लोगों का टिकट और रहने का इंतजाम करा रखा था!
स्वाति जैन का कहना है कि उन्होंने सारी तैयारी कर रखी थी उनके बच्चे भी इस यात्रा के लिए तैयार थे और सारी खरीदारी भी कर रखी थी लेकिन इस्लाम के कारण उन्हें काफी निराशा हुई है!
अब घर पर बैठकर वह इस बात से परेशां है की इन ख़रीददरियों का क्या किया जाया। बच्चे भी टूर के लिए सारी तयारी कर बैठे थे अब उन्हें भी इससे निरसा हुई है।
चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफिस में काम करने वाली साक्षी जैन का कहना है कि कोरोना वायरस के प्रभाव के कारण जब से लोग डाउन हुआ है तब से उन्हें घर से ही काम करने को कहा गया है!
लेकिन वह अपने टारगेट को पूरा नहीं कर पा रही है जिन क्लाइंट से उन्हें पैसे का भुगतान लेना वह अभी भी देने में आनाकानी कर रहे हैं उनकी शिकायत यही है कि उन्हें भी पैसा लॉक डाउन की वजह से नहीं आ रहा है जिसकी वजह से वह भुगतान नहीं कर पा रहे हैं!
मोबाइल दुकान और सर्विस सेंटर के मालिक नितिन कुमार मुनोत का कहना है कि लॉक डाउन के कारण उन्हें काफी समस्या आ रही है जिन ग्राहकों ने उन्हें मोबाइल रिपेयरिंग के लिए दे रखा था वह उसे वापस नहीं कर पा रहे और उधर से ग्राहक फोन कर उसे बार-बार परेशान कर रहे हैं! अब उन्हें और उनके ग्राहकों को इस लॉक डाउन के खुलने का इंतज़ार है।
ऋषभ सुराना जिन्होंने हाल ही में अपनी पूंजी लगाकर नया व्यवसाय शुरू किया था वह अभी शुरू होने की बांट जो रहा है! यह किस तारीख को अपने दुकान का ओपनिंग करने वाले थे उसके बाद कर्फ्यू लागू हुआ और उसके बाद से लॉक डाउन!
दुकान का किराया भी भरना पड़ रहा है और आमदनी कुछ नहीं हो रही है इस बात से यह बहुत परेशान है!
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