सीटों को लेकर राजग की कलह सतह पर
आईएनएन/नई दिल्ली @Infodeaofficial केंद्र की सत्ताधारी राष्ट्रीय गणतांत्रिक गठबंधन (राजग) में आगामी लोकसभा चुनावों में सीटों के बंटवारे को लेकर दरार सतह पर आ गयी है। राजग के घटक राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने सोमवार को केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया। उनका इस्तीफा संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से एक दिन पूर्व आया है।
बिहार के प्रमुख क्षेत्रीय दल रालोसपा भाजपा द्वारा घटक दल जद-यू के साथ राज्य की लोकसभा सीटों पर आधे-आधे पर लड़ने का समाचार आने के बाद से ही नाराज चल रहा था। इस संबंध में कुशवाहा ने अपनी नाराजगी भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह तक पहुंचायी थी। शाह ने कुशवाहा को आश्वासन देते हुए कहा था कि सीट बंटवारे में किसी भी घटक के साथ अन्याय नहीं होगा।
रालोसपा पार्टी सूत्रों ने बताया कि कुशवाहा ने अपना इस्तीफा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेज दिया है। वे भाजपा नीत राजग से भी अलग होंगे। कुशवाहा के इस कदम से बिहार में राजनीतिक समीकरण पर असर पड़ सकता है। पिछले कुछ सप्ताहों से भाजपा और उसके अहम सहयोगी दल जदयू के नेता, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साध रहे हैं।
रालोसपा को 2019 के लोकसभा चुनाव में दो से ज्यादा सीटें नहीं मिलने के भाजपा के संकेतों के बाद से कुशवाहा नाराज चल रहे हैं। दूसरी ओर भाजपा और जदयू के बीच बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ने की सहमति बनी है। रालोसपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘कुशवाहा आज भाजपा से अपनी राह अलग करने की घोषणा कर सकते हैं।’ रालोसपा विपक्ष से हाथ मिला सकती है जिसमें लालू प्रसाद की राजद और कांग्रेस शामिल हैं। बिहार से लोकसभा में 40 सांसद आते हैं।
इधर, नए घटनाक्रम के बाद महागठबंधन की कवायद में लगे विपक्ष में भी कुशवाहा को अपने खेमे में लाने के लिए कवायद शुरू हो गयी है। कांग्रेस नेकुशवाहा को राजग से अलग होने के फैसले के लिए बधाई दी है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ‘भाजपा और नीतीश कुमार के किसान, युवा, महिला सुरक्षा, गरीब उत्पीड़न तथा बिहार की जनता की अनदेखी से व्यथित उपेंद्र कुशवाहा जी ने भी मोदी जी को ख़ारिज कर राजग से बाहर जाने का निर्णय लिया।’ उन्होंने कहा, ‘सत्ता को सच बताने के लिए, कुशवाहा जी को मुबारकबाद। आइये, एक नव भारत का निर्माण करें।’