विष्णु शर्मा, आईआईएन/चेन्नई, @svs037
गर्मी के दिनों में पीने के पानी की बहुत मांग होती है। स्कूल-कॉलेज बंद होने के कारण लोग अपने दोस्त और रिश्तेदारों के घर जाते हैं। ऐसे में रेल यात्रा के दौरान पीने के पानी की मांग ज्यादा रहती है। पीने के पानी की बढ़ती मांग को देखते हुए विक्रेता लोगों को अनाधिकृत पैक्ड पिने का पानी बेचते हैं।
इस बात की भनक लगने पर रेलवे बोर्ड के नई दिल्ली के आरपीएफ के महानिदेशक ने ‘ऑपरेशन र्थस्ट’ अभियान की शुरूआत 8 जुलाई को की। तो विभाग के महानिदेशक ने सभी जोन के अधिकारियों को आदेश दिया है कि वह ऐसे लोगों को पकड़ें।
इस अभियान के तहत दक्षिण रेलवे ने उन लोगों की जांच करनी शुरू कर दी जो रेल नीर के अलावा अन्य पैक्ड पीने का पानी बेच रहे हैं। 8 जुलाई को इस अभियान के तहत रेलवे के 6 अधिकृत स्टॉल और पेंट्रिकार को पकड़ा जो अनाधिकृत रूप से पैक्ड पिने का पानी बेच रहे थे।
6 लोगों को गिरफ्तार किया गया और इनके पास से 109 पानी के बोतल जब्त किए गए।, जिसकी बाजार में कीमत 1605 रुपए है। इस अभियान के दूसरे दिन पयनगदि स्टेशन पर छापेमारी की गई और 66 एक लिटर और 46 आधे लिटर के पीने का पानी का बोतल जब्त किया। यह जब्ति टी और फ्रुट स्टॉल से की गई जो युसूफ (56) के नाम पर था।
उसके पास से ऐसा कोई दस्तावेज नहीं मिला जो इन 8-10 ब्रांड को बेचने का अधिकार हो। ये बेचे जाने वाले ब्रांड पीसीसीएम/एसआर द्वारा मंजूरी प्राप्त नहीं है। इसके बाद आरपीएफ ने कुल 1980 रुपए के बोतल जब्त कर लिए और युसुफ को गिरफ्तार कर लि
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