भारत के लिए कैसा रहेगा आने वाला साल 2025
आईएनएन/चेन्नई, @Infodeaofficial
दक्षिण भारत के प्रसिद्ध ज्योतिष महेश वर्मा के मुताबिक आने वाले नये साल में देश मे उद्योग धंधे खूब लाभ कमाएंगे, कृषि के क्षेत्र में भी देश में अच्छा विकास होगा। तमिलनाडु में अच्छी बारिश के कारण किसानों को लाभ मिलेगा।
नई-नई इंडस्ट्रीज व नए उत्पाद बाजार में आएंगे। भारत के मध्य व दक्षिण में नई-नई फैक्ट्रियों के लगने से देश में औद्योगिक क्रांति आएगी। नए-नए पर्यटन स्थलों का विकास होगा।
तमिलनाडु में इस साल अच्छी बारिश होने की संभावना है। बारिश अच्छी होने से पश्चिम व उत्तर-पश्चिम में चावल और फूलों की पैदावार अच्छी होगी। इसके अलावा पश्चिमी तमिलनाडु में औद्योगिक विकास अच्छा होने के कारण बड़े-बड़े कल कारखानों में कपडे का उत्पादन बढ़ेगा।
दक्षिण तमिलनाडु में भी इस साल चावल की पैदावार ते साथ-साथ पर्यटन की स्थिति भी अच्छी रहेगी। भारतीय और विदेशी पर्यटकों का आगमन बढ़ने से आर्थिक लाभ अच्छा रहेगा।
इसी प्रकार पूर्वी तमिलनाडु में भी मछली और नमक का व्यापार और उत्तरी तमिलनाडु में फैक्ट्री इंपोर्ट एक्सपोर्ट व लेनदेन का काम अच्छा चलेगा। इसके अलावा मध्य व उत्तर-मध्य तमिलनाडु में खेती अच्छी होगी और विशेष तौर पर फल और अच्छा लाभ देंगे।
इस वर्ष गुरु, शुक्र व बुध की स्थिति यह दर्शाती है कि तेल आदि विविध रसवर्गीय द्रव पदार्थों का उत्पादन अनुकूल रहेगा। तिल का तेल, मूँगफली तेल, उत्तर भारत में सरसों का तेल आदि के साथ-साथ डीजल, पेट्रोल, केरोसिन और एलपीजी गैस आदि में भाव का उतार चढ़ाव होगा तथा नई-नई इंडस्ट्रीज व नए उत्पाद बाजार में आएंगे। 14.05.2025 को गुरु के मिथुन राशि में प्रवेश से उद्योग में उछाल आने की संभावना है।
इत्र, सुगंधित तेल और क्रीम-लोशन आदि श्रृंगार का व्यापार लाभ देगा। शुक्र और बुध के बलवान होने सेवह इन चीजों के व्यापार में प्रगति होगी। गुरु की दृष्टि लाभ की युक्ति बनाएगी, जिससे देश-विदेश के नए-नए ब्रांडोब की फैक्ट्रियां भारत में आएगी । फूलों के सुगंध की मद विशेष तौर पर बढ़ेगी, और इत्र का चलन बढ़ने के कारण विदेशो मैं इसका विस्तार होगा।
चंद्रमा गुरु व शनि देव की स्थिति यह दिखाती है कि राजकीय सुविधा और योगदान से कृषि-क्षेत्र को नए-नए उपकरण और कल-कारखाने प्राप्त होंगे।नए-नए उपकरणों के मिलने से शीतकालीन रबी की फसल अति उत्तम होगी और कृषि के उद्योग को अच्छा लाभ होगा।
भारत के मध्य व दक्षिण में नई-नई फैक्ट्रियों के लगने से देश में औद्योगिक क्रांति आएगी और यहाँ बने कल पुर्जे भारत प्रयोग होने के साथ-साथ विदेशों को भी निर्यात किए जाएँगे। इन नई फैक्ट्रियों के लगने से देश के लोगों को रोजगार के पर्याप्त अवसर मिलेंगे और निर्यात होने से देश का विदेशी मुद्रा भंडार भी बढ़ेगा। इसके अलावा देश के रक्षा उपकरणों के निर्माण का काम निजी सेक्टर को भी मिव सकता है।
शुक्र, शनि , राहु और गुरु ग्रह यह दिखाते हैं कि भारत में देवभूमि और तीर्थ-भूमि आदि कई नए-नए पर्यटन स्थलों का विकास होगा। महाकुंभ आदि के कारण इस वर्ष विदेशी पर्यटकों का आगमन बढेगा और उनके रहने आदि के लिए होटल आदि की व्यवस्था करने के लिए रोजगार के साथ-साथ विदेशी मुद्रा भंडार भी मजबूत होगा।