खुले में शौच मुक्त भारत से स्वच्छ भारत का अगला अध्याय
स्वच्छ भारत गुणवत्ता और निरंतरता पर दक्षिणी क्षेत्र समीक्षा बैठक आज चेन्नई में आयोजित की गई। समीक्षा बैठक में कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, आंध्रप्रदेश, गोवा, पुद्दुचेरी, दादरा एवं नगर हवेली और दमन एवं दीव ने हिस्सा लिया।
अपने उद्घाटन भाषण में पेयजल एंव स्वच्छता मंत्रालय के सचिव परमेश्वरन अय्यर ने कहा कि खुले में शौच मुक्त भारत से स्वच्छ भारत का अगला अध्याय शुरू होगा। उन्होंने सतत संचार अभियानों, स्वच्छाग्रहियों को शामिल करने, कर्मियों की क्षमता निर्माण जैसे विभिन्न पक्षों को रेखांकित किया।
अपने प्रस्तुतिकरण के दौरान तमिलनाडु की टीम ने ‘शौचालय रिपोर्ट कार्ड’ जैसे उत्कृष्ट व्यवहारों को साझा किया, जिसके तहत घरों, स्कूलों और आगनवाड़ियों को प्रोत्साहित किया जाता है कि वे शौचालय के इस्तेमाल को बढ़ावा दें। राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त स्कूल शिक्षक सुश्री आर. सती ने ‘कुट्टी-कमांडो’ की भूमिका की जानकारी दी। यह प्राथमिक स्कूली बच्चों का दल है जो बेहतर स्वच्छता के लिए जागरूकता रैलियां करता है। कर्नाटक की टीम ने बताया कि उसने इस वर्ष विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर राज्य को खुले में शौच से मुक्त करने का लक्ष्य तय किया है। आंध्रप्रदेश के अधिकारियों ने बताया कि श्रीकाकुलम जिले में हाल में आए तूफान के दौरान होने वाला नुकसान इसलिए कम हो सका क्योंकि लोग खुले में शौच जाने के बजाए घरों के शौचालयों का इस्तेमाल कर रहे थे।
समीक्षा बैठक में पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय के महानिदेशक (विशेष परियोजनाएं) अक्षय राउत, हंसराज वर्मा, एसीएस (आरडी एवं पीआर), तमिलनाडु सरकार और बैठक में भाग लेने वाले सभी राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों को मिशन निदेशक उपस्थित थे।