मद्रास परमाणु बिजलीघर में विराट कवि सम्मेलन आयोजित
आईआईएन/चेन्नई, @Infodeaofficial
कलपाकम स्थित न्यूक्लियर पॉवर कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (एनपीसीआईएल) के मद्रास परमाणु बिजलीघर की राजभाषा कार्यान्वयन समिति ने 12 दिसंबर (गुरुवार) को विराट हिंदी कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मद्रास परमाणु बिजलीघर के निदेशक एम. श्रीनिवास तथा विशिष्ट अतिथि मुख्य अधीक्षक बिजलीघर एम बलराममूर्ति व मानव संसाधन के प्रमुख सी ए पद्मनाभन थे।
अपने संबोधन के दौरान मुख्य अतिथि ने मद्रास परमाणु बिजलीघर द्वारा किए जा रहे हिंदी के विकास कार्यक्रम की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि इनके प्रयास की बदौलत विभाग में हिंदी प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है।
इसके बाद उन्होंने देश के विभिन्न भागों से पधारे विविध रसों के कवियों का विधिवत स्वागत करते कविसम्मेलन के संचालक जनार्दन पांडेय ‘प्रचंड’ को मंच का दायित्व सौंपा।
कवि सम्मेलन की शुरुआत दिल्ली से पधारे विभिन्न रसों के सिद्धहस्त कवि आर्यन ने माँ पर लिखी अपनी कविता ‘वृद्धाश्रम में अपनी माँ को भेजने वालों, किसी कीमत पर, तुम लोगों को जन्नत मिल नहीं सकती’ से की। इसके बाद स्थानीय कवि एवं डी जी वैष्णव कॉलेज के हिंदी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ अशोक कुमार द्विवेदी ने मानवीय मूल्य पर आधारित गीत सुनाकर सभी को भाव विभोर कर दिया। ।
इस दौरान चेन्नई से पधारे सतीश कुमार श्रीवास्तव ‘नैतिक’ ने हिंदी गजलों के साथ अपना प्रसिद्ध गी ‘हिंदी मेरा नाम रे’ सुनाया। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए दिल्ली की वीर रस की कवयित्री अनीता सिंह की नारी सशक्तिकरण पर केंद्रित कविता ‘हम अभिमन्यु से चक्रव्यूह में और नहीं फंसने वाले, हम वक्ष फाड़ने नाले हैं, न रुके नहीं रुकने वाले’ ने सभी को जोश से भर दिया। इसके बाद सम्मेलन का संचालन कर रहे बेंगलुरू से पधारे वीर के अद्भुत कवि जनार्दन पांडेय प्रचंड की कविता
‘बलिदान सूर्य पूजन बेला में, छोटा सा दीप जलाता हूँ। मैं भगत सिंह के साहस को, कविता का अर्ध्य चढ़ाता हूँ” सुनकर पूरा सभागार तालियों और भारत माता की जय तथा वंदे मातरम के नारों से गूँज उठा। अंत में कविसम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे प्रसिद्ध हास्य कवि डंडा बनारसी की रिश्तों एवं रिश्तेदारों पर आधारित कविता ने हँसा हँसाकर सभी को लोटपोट कर दिया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में बिजलीघर तकनीकी सेवा अधीक्षक आर के सेठ, प्रशिक्षण अधीक्षक एस डी आनंद, मुख्य अग्निशमन अधिकारी एस के सक्सेना, हिंदी अधिकारी एम कृष्णचंद्र राव विभिन्न अधिकारियों एवं कर्मचारियों का विशेष योगदान रहा। आयोजन का संचालन राजभाषा विभाग के एम के राव तथा धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ हिंदी अनुवादक अंजनी कुमार ओझा ने किया। कविसम्मेलन का संयोजन स्थानीय कवि सतीश कुमार श्रीवास्तव ‘नैतिक’ ने किया।
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