भारतीय ज्ञान व चिंतन परम्परा को पुनर्जीवित करने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार करा रही युवा कुम्भ, मातृ कुम्भ, पर्यावरण कुम्भ, समरसता कुम्भ और संस्कृति कुम्भ शामिल है। 23 दिसम्बर को लखनऊ आयोजित होगा युवा कुंभ।
सुष्मिता दास/आईएनएन/चेन्नई/लखनऊ @Infodeaofficial राष्ट्रीय चेतना, भारत की संस्कृति और इसकी अनेकता में एकता वाली परंपराओं व सनातन संस्कृति आधारित वैज्ञानिक दृष्टिकोण का जब मिलन हो तो इस संगम से सनातन सांस्कृतिक कुंभ जीवंत हो उठता है।
उसी धरती पर जहां आदिकाल से धर्म, अध्यात्म व ज्ञान के पुरोधाओं का मिलन गंगा, यमुना व त्रिवेणी के संगम तीर्थराज प्रयाग में हर 12वें वर्ष महाकुंभ के रूप में होता है तथा हर छठे वर्ष प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक या उज्जैन में कुंभ होता हो। उसी प्रयागराज में अगले वर्ष होने वाले कुम्भ से पहले प्रदेश में वातावरण तैयार करने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, भारतीय जनता पार्टी संगठन और उत्तर प्रदेश सरकार मिलकर वैचारिक कुम्भ आयोजित करेंगे। इसके अंतर्गत कुम्भ से पूर्व पांच विचार कुंभ होने हैं। इसमें युवा कुम्भ, मातृ कुम्भ, पर्यावरण कुम्भ, समरसता कुम्भ और संस्कृति कुम्भ शामिल है। सबसे पहले लखनऊ में युवा कुम्भ होगा। पूरे देश के युवाओं का ऐसा ही कुंभ उत्तर प्रदेश की राजधानी स्थित लखनऊ विश्वविद्यालय आयोजित करा रहा है।
पूरे देश के युवाओं का ऐसा ही कुंभ उत्तर प्रदेश की राजधानी स्थित लखनऊ विश्वविद्यालय आयोजित करा रहा है।
भारतीय चिंतन परम्परा को पुनर्जीवित करने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ‘युवा कुम्भ’ करा रही है। इस ‘युवा कुम्भ’ में भारतीय ज्ञान परम्परा को जीवंत किया जायेगा। युवा कुंभ के तहत देशभर के युवा व विश्वविद्यालय इनके नालेज पार्टनर बन रहे हैं।
इस विचार कुंभ का प्रारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र काशी में 25 नवंबर को पहला वैचारिक कुंभ का शुभारंभ किया था और इसके लिए महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ को नालेज पार्टनर था। पहले वैचारिक कुंभ का विषय पर्यावरण था। नौ दिसंबर को वृंदावन में आयोजित होने वाले नारी शक्ति वैचारिक कुंभ का नालेज पार्टनर डॉ.भीम राव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा होगा। अयोध्या के लिए डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय फैजाबाद, लखनऊ के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय और प्रयागराज के लिए प्रयागराज केंद्रीय विश्वविद्यालय नालेज पार्टनर होंगे।
लखनऊ में आयोजित होने वाले युवा वैचारिक कुंभ में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (इंडियन इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी), भारतीय प्रबंधन संस्थान (इंडियन इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट) और देश के अन्य अग्रणी संस्थाओं को जोड़ा गया है। वैचारिक कुंभ की रूपरेखा जून के अंत में ही बन चुकी थी। लखनऊ के शहीद पथ स्थित अवध शिल्प ग्राम 23 दिसम्बर को ‘युवा कुम्भ’ का आयोजन किया जायेगा। इसमें देश भर से विविध क्षेत्रों के 5 हजार प्रतिभाशाली युवा प्रतिभाग करेंगे। इस कुम्भ के पहले देशभर में 11 स्थानों पर युवा समागम किया जा रहा है।
इस कुंभ के तमिलनाडु संयोजक, यंग इंडियन चेन्नै चैप्टर और भाजपा तमिलनाडु के इको सेल के राज्य सचिव कृष्ण कुमार नैथानी ने बताया कि तमिलनाडु से अब तक 60 से अधिक युवाओं ने इसमें भाग लेने के लिए पंजीकरण कराया है। पंजीकरण कराने वालों में पुरुष और महिलाएं दोनों शामिल हैं। नैथानी ने कहा कि तमिलनाडु से 100 से अधिक लोग इसमें भाग लेने जाएंगे। इनमें कॉलेज विद्यार्थी, उद्यमी, प्रोफेशनल, सामाजिक कार्यकर्ता, कला व संस्कृति जगत, शिक्षा जगत, खेल और आध्यात्म से जुड़े लोग सम्मिलित हैं। लखनऊ में इन लोगों रहने और खाने-पीने की व्यवस्था विश्वविद्यालय द्वारा की जा रही है। हर क्षेत्र से हमारी ओर से नियुक्त प्रतिनिधि इन लोगों का नेतृत्व करेंगे। नैथानी ने बताया कि इस कुंभ का उद्देश्य युवाओं को सामाजिक सद्भाव व उच्च वैज्ञानिक दृष्टिकोण वाले सनातन संस्कृति की चिंतन प्रणाली पुन: प्रचलित करना है। भारत विश्व में सबसे युवा आबादी वाला देश है इसलिए इस कुम्भ के माध्यम से देश के युवाओं को सही दिशा दिखाने का प्रयास किया जाएगा।
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