एयरपोर्ट के पास पोंगल के दौरान कचरा न जलाएं
एएआई ने की जनता से अपील
आईआईएन/चेन्नई, @Infodeaofficial
पोंगल पर्व पर भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने बधाई व शुभकामनाएं देते हुए चेन्नई हवाईअड्डे के आसपास इस दौरान कचरा न जलाने की अपील की है। कचरा जलाने के कारण उत्पन्न धुएं के कारण हवाईअड्डा व आसपास के क्षेत्रों में दृश्यता काफी कम हो जाती है और इससे उड़ान प्रभावित होती हैं।
पोंगल पर्व के पहले दिन ‘भोगी पोंगल’पर अग्नि दहन से निकलने वाले धुएं के कारण उड़ानों में बाधा की आशंका को देखते हुए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने इससे निपटने की पूरी तैयारी की है। ज्ञात हो कि भोगी पोंगल से ही तमिलनाडु का पोंगल पर्व का प्रारंभ होता है।
भोगी पोंगल पारंपरिक अग्नि क्रीड़ा पर्व है। इस दौरान हर साल बड़ी मात्रा में दहन से धुएं की मोटी परत निकलती है और आसमान में छा जाती है। गत वर्ष 14 जनवरी को चेन्नई हवाईअड्डा के भीतर व इसके आसपास के क्षेत्रों में सुबह 11 बजे तक दहन से निकले धुएं की मोटी पर्त छायी होने के कारण दृश्यता काफी कम हो गयी थी। इससे सुबह और दोपहर के विमानों की आवाजाही प्रभावित रही।
बड़ी संख्या में विमानों के उड़ानों के या तो मार्ग परिवर्तन करने पड़े थे अथवा उड़ान रद्द हो गयी थी। उड़ानों में विलंब भी हुआ। सुबह 03.00 बजे से 09.00 बजे तक 73 प्रस्थान और 45 आगमन निर्धारित थे, लेकिन इनमें से अधिकांश उड़ानों के प्रस्थान 11.00 बजे के बाद कराए गए, क्योंकि आगमन को प्राथमिकता दी गयी। उड़ानों के विलम्बित प्रस्थान के कारण यात्री हवाईअड्डे पर घंटों फंसे रहे।
एएआई के जनसंपर्क अधिकारी विष्णुदास ने बताया कि पिछले साल के अनुभव को ध्यान में रखते हुए इस बार हवाईअड्डा परिचालन केंद्र नियंत्रक (एओसीसी) सभी हितधारकों/सहयोगियों के साथ मिलकर यात्रियों को असुविधा होने की आशंका को कम करने के लिए तैयार है।
एएआई ने चेन्नई हवाईहड्डे से होकर यात्रा करने वाले लोगों से उड़ान समय में होने वाले बदलाव पर नजर रखने और यात्रा की योजना उसके अनुसार बनाने की अपील की है। उड़ानों के समय की अद्यतन जानकारी चेन्न्ई हवाईअड्डे के मोबाइल ऐप से भी ली जा सकती है।