आयकर विभाग की कार्रवाई पर द्रविड़ दलों ने उठाए सवाल

आईआईएन/चेन्नई, @Infodeaofficial 

चुनाव आयोग की नई दिल्ली से आई टीम ने बुधवार को यहां राजनीतिक दलों के नेताओं से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनी। हालांकि मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा किसी कारणवश चेन्नई नहीं आ सके, उनकी जगह अशोक लवासा और उनकी साथ सुशील चंद्रा यहां पहुंचे। चुनाव आयोग से की गई शिकायत में दोनों द्रविड़ दलों की सूई हाल ही आयकर विभाग द्वारा की गई छापेमारी पर ही टिकी रही।

आयोग के समक्ष प्रस्तुत हुए एआईएडीएमके नेता और तमिलनाडु सरकार के मत्स्यपालन मंत्री डी. जयकुमार ने वेलूर में हुई आयकर छापेमारी के बारे में बताया कि आयोग को उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। पकड़ी गई नकदी का उपयोग वोट के बदले नोट में किया जाना था लेकिन आयकर विभाग ने उनकी पूरी योजना पर पानी फेर दिया।

उन्होंने कहा एआईएडीएमके सरकार स्थगित किए गए तीनों विधानसभा सीटों पर चुनाव के लिए तैयार है। अगर आयोग वहां चुनाव कराता है तो सरकार को कोई ऐतराज नहीं है।

डीएमके नेता और राज्यसभा सांसद आरएस भारती ने कहा आयकर व अन्य केंद्रीय एजेंसियां केवल विपक्षी पार्टियों को ही अपना निशाना क्यों बना रही हैं? उन्होंने तमिलनाडु के डीजीपी समेत अन्य पुलिस अधिकारियों के तबादले की मांग की। साथ ही उन्होंने आयोग से ८ अप्रैल को तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव नहीं कराने का कारण पूछा।

सीपीआई नेता वीरपांडियन ने भी डीएमके नेता की बात को दोहराते हुए कहा केंद्रीय एजेंसियां केवल विपक्षी पार्टियों को ही अपना क्यों निशाना बना रही हैं। इसके पीछे उनका उद्देश्य साफ समझ आता है। साथ ही कहा चुनाव आयोग भी अब गैर लोकतांत्रिक गतिविधियों में शामिल हो रहा है।

बिना किसी वैध दस्तावेज व साक्ष्य के रफाल समझौते पर लिखी पुस्तक की रिलीज रोके जाने की कोशिश की जा रही है और ऐसा करने वाले अधिकारियों पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं होती।

भाजपा नेता तिरुमलै स्वामी ने कहा आयोग को हर मतदान केंद्र और उससे सटी सडक़ों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने चाहिए। भाजपा के प्रत्याशियों को सुरक्षा मुहैया कराई जाए। गौरतलब है कि हाल ही रामनाथपुरम में भाजपा के प्रत्याशी पर हमला किया गया था। कांग्रेस राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी सत्यव्रत साहू के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया।

कांग्रेस नेता कराते त्यागराजन ने कहा मुख्य चुनाव अधिकारी किसी के फोन या संदेश का जवाब नहीं देते, जिस प्रकार पूर्व चुनाव अधिकारी नरेश गुप्ता और राजेश लखानी दिया करते थे। उनका आरोप है कि चेन्नई महानगर निगम के कुछ बड़े अधिकारी सत्तारूढ़ दल के खिलाफ जारी सभी वीडियो को डिलीट करने में लगे रहते हैं जबकि विपक्षी पार्टियों के वीडियो को जानबूझकर लीक कराया जाता है।

बैठक के बाद आयोग के अधिकारियों द्वारा एक सीडी और ऐप लांच किया गया। इस मौके पर मुख्य चुनाव अधिकारी सत्यव्रत साहू भी मौजूद थे।

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