भारत और स्कॉटलैंड की संसदों को एआई और डिजिटल प्रौद्योगिकी के उपयोग के अनुभव साझा करने चाहिए: ओम बिरला
भारत की नई शिक्षा नीति से भारत आने के इच्छुक स्कॉटिश विश्वविद्यालयों के लिए नए रास्ते खुलेंगे
लोक सभा अध्यक्ष ने स्कॉटलैंड के फर्स्ट मिनिस्टर से मुलाकात की
आईआईएन/स्कॉटलैंड/नई दिल्ली, @Infodeaofficial
लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और स्कॉटलैंड की संसदों को एआई के उपयोग के अनुभव साझा करने चाहिए। बिरला ने स्कॉटलैंड के फर्स्ट मिनिस्टर,माननीय जॉन स्विनी के साथ हुई एक बैठक में यह बात कही। इंग्लैंड, स्कॉटलैंड और गर्नसी की अपनी यात्रा के दौरान बिरला आज स्कॉटलैंड में हैं, जहां दोनों नेताओं ने दोनों पक्षों के साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और परस्पर सहयोग के बारे में चर्चा की। अध्यक्ष महोदय ने स्विनी को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में हो रहे विकास के बारे में बताया और कहा कि भारत में ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के दृष्टिकोण के साथ विश्व शांति पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। दोनों नेताओं ने हरित ऊर्जा, आईटी, एआई और अन्य क्षेत्रों में सहयोग के बारे में चर्चा की।
बिरला ने दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के भारत के विजन की बात की। उन्होंने इस बात का उल्लेख भी किया कि भारत की नई शिक्षा नीति से भारत आने वाले विदेशी विश्वविद्यालयों के लिए नए रास्ते खुले हैं और स्कॉटिश विश्वविद्यालय भी इसका लाभ उठा सकते हैं। फर्स्ट मिनिस्टर ने भारत आने की अपनी इच्छा व्यक्त की और कहा कि दोनों पक्षों में जीवंत संसदीय प्रणाली है।
लोक सभा अध्यक्ष ने स्कॉटिश संसद के पीठासीन अधिकारी से मुलाकात की
दिन के दौरान, लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने क्वीन्सबेरी हाउस में स्कॉटिश संसद की पीठासीन अधिकारी, माननीय एलिसन जॉनस्टन से मुलाकात की तथा भारत की संसद और स्कॉटिश संसद के बीच संसदीय सहयोग बढ़ाने सहित परस्पर हितों के कई मुद्दों पर चर्चा की।
भारत में जन प्रतिनिधित्व में महिला-पुरुष समानता के मामले में हुई उल्लेखनीय प्रगति की जानकारी देते हुए श्री बिरला ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया में महिलाओं का बेहतर प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने और महिलाओं के नेतृत्व में विकास को बढ़ावा देने के लिए नारी शक्ति वंदन अधिनियम जैसे ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय लोकतंत्र फल-फूल रहा है तथा देशवासियों का भरोसा जीतने के साथ ही समावेशी बन रहा है। बिरला ने यह भी कहा कि भारत ‘महिला विकास’ से आगे बढ़कर ‘महिलाओं के नेतृत्व में विकास’ की ओर कदम बढ़ा रहा है।
लोक सभा अध्यक्ष ने स्कॉटलैंड में विभिन्न दलों के स्कॉटिश संसद सदस्यों के साथ बातचीत की
लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि भारत की संसदीय प्रणाली सबसे सशक्त लोकतांत्रिक प्रणालियों में से एक है और भारत की संसद के कामकाज में सार्थक चर्चा, संवाद और विचार-विमर्श का विशेष महत्व है। बिरला ने यह भी कहा कि मजबूत और कुशल समिति प्रणाली से भारत के संसदीय लोकतंत्र की जीवंतता बढ़ी है। उन्होंने स्कॉटलैंड में विभिन्न दलों के स्कॉटिश संसद सदस्यों के साथ बातचीत के दौरान ये टिप्पणियां कीं।
इस बात का उल्लेख करते हुए कि भारतीय संसद ने पिछले वर्षों में सार्थक वाद-विवाद और विधि निर्माण के माध्यम से महिला-पुरुष समानता और महिला सशक्तीकरण की दिशा में कई कदम उठाए हैं, बिरला ने कहा कि संसदीय शासन प्रणाली में महिला सांसदों की भागीदारी बढ़ाना इस दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने सुझाव दिया कि भारत और स्कॉटलैंड की संसदों को महिला सशक्तीकरण से जुड़े अनुभवों का आदान-प्रदान करना चाहिए।
बिरला ने इस बात पर जोर दिया कि भारत का लोकतंत्र दिन-प्रतिदिन मजबूत हो रहा है और हमारी लोकतांत्रिक संस्थाओं की सफलता से देशवासियों का इन संस्थाओं में विश्वास बढ़ा है। उन्होंने कहा कि पिछले 75 वर्षों में हमने लोकतंत्र की शक्ति से देश का विकास किया है और लोकतांत्रिक संस्थाओं की सक्रिय भागीदारी से लोगों के जीवन में खुशहाली आई है।
लोक सभा अध्यक्ष ने लंदन में भारतीय समुदाय के लोगों से बातचीत की
बिरला ने लंदन में भारतीय समुदाय के लोगों से बातचीत की। इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कि प्रवासी भारतीयों ने अपने भीतर भारतीयता की भावना को बनाए रखा है, अध्यक्ष महोदय ने कहा कि वे भारत और यूके के बहुआयामी संबंधों में सेतु का काम कर रहे हैं। उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि आज न केवल भारतीय पासपोर्ट का महत्व बढ़ा है, बल्कि भारत को अधिक सम्मान, स्नेह और सराहना मिल रही है। भारत की संस्कृति, परंपरा और जीवन मूल्यों के प्रति आस्था बढ़ी है और भारत से अपेक्षाएं भी बढ़ी हैं। बिरला ने इस बात पर जोर दिया कि आज जब दुनिया वैश्विक चुनौतियों के समाधान के लिए भारत की ओर देख रही है, ऐसे में हमारे प्रवासी भारतीय इस प्रयास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं ।
लोक सभा अध्यक्ष ने लंदन में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों से अपील की कि आज जब भारत ‘सुधार के माध्यम से बदलाव’ के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है, तो उन्हें भारत के साथ सिर्फ भावनात्मक लगाव बनाए रखने तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए। चाहे नवाचार हो, निवेश हो या व्यापार, आज उभरते हुए न्यू इंडिया में अपार संभावनाएं हैं और भारत में उनके लिए अवसरों का भंडार है। उन्हें इन अवसरों का अधिकतम लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि न्यू इंडिया खुले दिल के साथ उनका बेसब्री से इंतजार कर रहा है।
लोक सभा अध्यक्ष ने ब्रिटेन के पूर्व प्रधान मंत्री श्री ऋषि सुनक से मुलाकात की
लंदन यात्रा के दौरान, बिरला ने ब्रिटेन के पूर्व प्रधान मंत्री, ऋषि सुनक से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने ऐतिहासिक संबंधों, संसदीय लोकतंत्र के साझा मूल्यों, दोनों देशों के लोगों के बीच संपर्क तथा आईटी, एआई, सोशल मीडिया, फेक न्यूज के प्रभावों और ऐसी चुनौतियों से निपटने के लिए उचित कानूनों की आवश्यकता सहित कई मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।