चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी हमारे नहीं हैं: इस्कॉन बांग्लादेश
INN/Dhaka, @Infodeaofficial
इस्कॉन बांग्लादेश के महासचिव चारु चंद्र दास ब्रह्मचारी ने गुरुवार को कहा कि चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी इस्कॉन बांग्लादेश के नहीं हैं, क्योंकि उन्हें संगठन ने निष्कासित कर दिया है। ढाका के स्वामीबाग आश्रम में एक प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि संगठन उनके बयानों और भाषण के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं लेगा।
चारु चंद्र दास ब्रह्मचारी ने एक लिखित बयान में कहा कि प्रभातक श्री कृष्ण मंदिर के प्रमुख लीलाराज गौर दास, गौरांग दास और चटगाँव में श्री श्री पुंडरीक धाम के प्रमुख चिन्मय कृष्ण दास को कई महीने पहले संगठन के अनुशासन का उल्लंघन करने के लिए इस्कॉन बांग्लादेश से निष्कासित कर दिया गया था। इसलिए इन व्यक्तियों की कोई भी कार्रवाई इस्कॉन बांग्लादेश का प्रतिनिधित्व नहीं करती है।
उन्होंने कहा, “हमने पहले ही कई प्रेस कॉन्फ्रेंस और सरकार और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ औपचारिक संचार के माध्यम से इस मुद्दे को संबोधित किया है। अफसोस की बात है कि कुछ समूह जानबूझकर हमारे संगठन के बारे में गलत सूचना फैला रहे हैं और इस्कॉन पर प्रतिबंध लगाने की अनुचित मांग कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि इस्कॉन बांग्लादेश ने 3 अक्टूबर को एक आधिकारिक बयान के माध्यम से स्पष्ट कर दिया था कि चिन्मय कृष्ण संगठन के प्रवक्ता नहीं हैं और उनके बयान उनके अपने हैं।