मुफ्त बस यात्रा स्कीम पंजाब सरकार के लिए सफेद हाथी
INN/Chandigadh, @Infodeaofficial
महिलाओं के लिए शुरू की गई मुफ्त बस यात्रा स्कीम पंजाब सरकार के लिए सफेद हाथी साबित हो रही है। सूत्रों के मुताबिक इस योजना के चलते राज्य सरकार द्वारा संचालित PRTC यानी पेप्सू रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन को रोजाना लगभग एक करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
वर्तमान में राज्य सरकार के पास 380 करोड़ रुपये से अधिक की सब्सिडी राशि लंबित है। पिछली कांग्रेस सरकार द्वारा शुरू की गई सरकारी बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा योजना पर प्रतिदिन लगभग 1 करोड़ रुपये का खर्च आता है, जिसे राज्य सरकार को पीआरटीसी को वापस करना पड़ता है।
सूत्रों के मुताबिक पीआरटीसी को इस साल की शुरुआत में लगभग 100 करोड़ रुपये मिले थे, लेकिन उसके बाद इस बाबत कोई फंड रिलीज नहीं किया गया है। बताया यह जा रहा है कि इस सबके चलते पीआरटीसी की वित्तीय हालत इतनी चरमरा गई है कि अब वाहनों की मरम्मत और कर्मचारियों के वेतन और पेंशन का वितरण करना भी मुश्किल हो रहा है। साल 2011 की जनगणना के अनुसार राज्य में 1.31 करोड़ से अधिक महिलाएं और लड़कियां हैं और कुल जनसंख्या 2.77 करोड़ है।
वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने 2024-25 का बजट पेश करते हुए महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा जारी रखने की घोषणा की। चीमा ने बजट पेश करते हुए कहा था, “महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा की सेवा जारी रखने के लिए चालू वित्त वर्ष में 450 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।” इससे पहले, राज्य सरकार ने दावा किया था कि उसने पंजाब रोडवेज, पनबस और पीआरटीसी बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा सुनिश्चित करने पर 1,548.25 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।