देहरादून स्थित निशानेबाजी की रेंज इन दिनों में सुर्खियों में
आईएनएन/देहरादून, @Infodeaofficial
देहरादून स्थित निशानेबाजी की रेंज इन दिनों राष्ट्रीय खेलों में सुर्खियों में है। यह रेंज हाई टेक्नोलॉजी से लैस है ,और यहां लगाए गए उपकरण निशानेबाजों को निशाना साधने में काफी मददगार साबित हो रहे हैं, साथ ही स्पर्धा के स्तर को ऊंचा भी बना रहे हैं।
देश भर में सबसे बड़ी शूटिंग रेंज की बात करें तो मोटे तौर पर दो ही नाम सामने दिखते हैं एक दिल्ली स्थित करणी सिंह सिंह शूटिंग रेंज और और दूसरी भोपाल स्थित एम पी शूंटिंग रेंज। लेकिन अब इस कड़ी में देहरादून की शूटिंग रेंज भी अपनी एक अलग पहचान बना रही है, इस शूटिंग रेंज में इन दिनों राष्ट्रीय खेल के तहत निशानेबाजी स्पर्धाएं आयोजित हो रही हैं, जहां उभरते निशानेबाजों से लेकर ओलंपिक निशानेबाज निशाना साध रहे हैं। भारी भरकम लागत से तैयार इस इस रेंज मे 10 और 25 मीटर रेंज के 60-60 टारगेट हैं, जबकि 50 मीटर रेंज के 40 टारगेट हैं। बड़ी बात ये है की यहाँ इलेक्ट्रॉनिक टारगेट से संबंधित स्क्रीन सॉफ्टवेयर व अन्य उपकरण लगाए गए हैं। यह उपकरण जर्मनी से लाए गए हैं।
10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण पदक जीतने वाली तमिलनाडु की नर्मदा इस शूटिंग रेंज की मुरीद हो गई है, तो वही कांस्य पदक जीतने वाली हरियाणा की रमिता जिंदल के मुताबिक जो उपकरण पेरिस ओलंपिक में थे वही यहाँ पर है। टारगेट क्षमता के मामले में यह रेंज दिल्ली और भोपाल के बाद तीसरे नंबर की रेंज है। जाहिर तौर पर आने वाले समय में इस रेंज का फायदा यहाँ के युवाओं को मिलेगा जो इस खेल में उन्हें आगे बढ़ाने में मददगार साबित होगा।