आपदा के समय लोगों को यह न लगे की सरकार और प्रशासन ने उन्हें अकेला छोड़ दिया है। इसलिए राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू सभी अधिकारियों और मंत्रियों को प्राभावित इलाकों का दौरा कर वहां के लोगों की समस्या का तत्काल समाधान के आदेश दिए हैं।
विक्रम जैन, आईएनएन/नेल्लोर, @jainvikram18
इसी क्रम में सोमवार को नगर प्रशासन एवं शहरी विकास मंत्री पि. नारायण ने तुफ़ान प्रभावित इलाको का जायजा लेने पहुंचे। तल्लारेवू, भैरवपालेम के पुनर्वास केन्द्रो में मंत्री पहुंचे और लोगो से बात कर उनकी समस्याएं सूनी। नारायण ने बताया कि आंध्र प्रदेश के मुख्या मंत्री के आदेशों पर पश्चिम गोदावरी जिले में राहत कार्य युद्ध स्तरीय पर चल रहा है। उन्होंने विजयवाड़ा से काकीनाडा की और तटीय प्रांतो का भी दौरा किया।
तल्लारेवू, भैरवपालेम के पुनर्वास केन्द्रो में मंत्री पहुंचे और इंतजामों के बारे में अधिकारियो और आम लोगो से बात की। इसके बाद काकीनाडा के कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और सम्बंधित अधिकारियो के साथ बैठक की। तूफान से प्रभावित इलाको में सहायता कार्य किस तरह चल रहा है उसके बारे में अधिकारियो से साथ बैठक कर समीक्षा किया। पूनः संवादाता सम्मलेन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि काकीनाडा परिसर प्रांतो में 10 मंडलो के 295 गावो में पुर्नवास कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।
सहायक कार्य के तहत अभी तक 84 जेसीबी, 83 जनरेटर,पांच लाख पानी के पैकेट, 1975 मेट्रिक टन चावल, 677 टन चीनी, 1335 मेट्रिक टन दाल और पालमोईल पीडि़तों को देने लिए तैयार किया गया है। तुफान के बाद अभी तक 99 गावो में बिजली की आपूर्ति रोक दी गयी है। तुफान में लगभग 10 हज़ार बिजली के खम्बे उखड़ गए हैं जिनको पूर्णस्थापित करने की व्यवस्था की जा रही है।
मुख्यमंत्री के आदेश पर मंत्री आये एक्टिव मोड़ में किया समीक्षा बैठक
इसके पुनरुद्धार के लिए 2000 कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है। वही फायर सेफ्टी अधिकारी इस के लिए निरंतर काम करते दिख रहे है। बताते चले की मंगलवार की सुबह तक सभी इलाको में बिजली की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। पुर्नवास केन्द्रो में रहे लोगो के लिए बेहतर उपाय किए जा रहे हैं। जिन गॉव कस्बो में आने जाने की सुविधा खराब हो गई है उन्हें दुरूस्त किया जा रहा है। गॉव में खाने-पीनेे की किसी भी तरह की समस्या ना हो उसके लिए हर सम्भव कदम उठाये गए है। मंत्रीजी ने काकीनाडा के अमलापुरम की परिस्तिथियों की टेलीकॉन्फ्रेंस द्वारा जानकारी ली। क्षतिग्रस्त पेड़ पौधों को रास्ते से हटाए जाने का प्रयास किया जा रहा है। मंत्रीजी ने कहा कि आपदा की पहले से जानकारी मिलने के कारण हम भारी नुकसान से बच पाए।
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