48 घंटे तक चला नक्सलियों और सुरक्षा फोर्स के जवानों के साथ मुठभेड़

इस ऑपरेशन में करीब 1000 जवानों ने महज 2 घंटे की मुठभेड़ में ही 31 नक्सलियों को मार गिराया

INN/Jaypur, @Infodeaofficial

इस ऑपरेशन में 3 फोर्स लगाई थी। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ), डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड्स (डीआरजी) और सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ)। सीआरपीएफ को सिर्फ बैकअप के लिए रखा गया था। एसटीएफ और डीआरजी ने मुठभेड़ में भाग लिया। सबसे बड़ी भूमिका डीआरजी की रही।

डीआरजी में वे लोग शामिल हैं, जो पहले नक्सली थे। नक्सलियों के रूप में जिनकी जंगलवार ट्रेनिंग हो चुकी है। उन्हें समर्पण के बाद डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड के रूप में फोर्स में शामिल कर लिया गया। इनमें स्थानीय युवकों को ही शामिल किया जाता है।डीआरजी के जवान नक्सलियों के कोड को डिकोड करते रहे और एसटीएफ के लिए रास्ता बनाते रहे। इस तरह फोर्स को इतनी बड़ी सफलता मिली।

दंतेवाड़ा-नारायणपुर जिले के बॉर्डर पर सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ सबसे बड़ा ऑपरेशन लॉन्च किया।था । करीब 1000 जवानों ने महज 2 घंटे की मुठभेड़ में ही 31 नक्सलियों को मार गिराया। नक्सलियों के खिलाफ चल रही लड़ाई के लिए बस्तर में अलग-अलग फोर्स के करीब 60 हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं। इनमें कांकेर में SSB, BSF, ITBP, नारायणपुर में ITBP, BSF, STF, कोंडागांव में ITBP, CRPF के जवान तैनात हैं।

वहीं दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा में STF, कोबरा और CRPF के जवान तैनात हैं। इसके अलावा सभी जिलों में DRG, जिला बल, बस्तर फाइटर्स, बस्तरिया बटालियन भी सुरक्षा बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं।

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