आईएनएन/चेन्नई,@infodeaofficial;
दुकानें बंद और यातायात प्रभावित कावेरी प्रबंधन बोर्ड (सीएमबी) गठित करने में केंद्र सरकार के लचर रवैया को देखते हुए डीएमके की अगुवाई में विपक्षी दलों द्वारा बुलाए गए बंद से चेन्नई समेत राज्यभर में सामान्य जीवन काफी प्रभावित हुआ। बंद का असर चेन्नई समेत राज्य के विभिन्न हिस्सों में दिखा। कई जगह प्रदर्शनकारी उग्र हो गए कितनों ने सरकारी बसों के शीशे तोड़ डाले तो कइयों ने सार्वजनिक संपत्ती को नुकसान पहुंचाया। राज्यभर में कई जगह सड़कों पर चक्का जाम किया गया तो कई स्थानों पर रेल रोका गया।
कारोबार ठप रहा, दुकानें बंद रही। विपक्ष का कहना है कि केन्द्र सरकार ने अभी तक कावेरी प्रबंधन बोर्ड का गठन इसलिए नहीं किया क्योंकी वह इस मसले पर भी अपना राजनैतिक लाभ खोज रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार राज्यभर में 10,ooo महिलाओं समेत 85,000 लोगों की गिरफ्तारी हुई। इस प्रदर्शन में डीएमके का साथ कांग्रेस, वीसीके, आईयूएमएल एवं अन्य प्रादेशिक पार्टियों ने दिया।
कार्यकर्ता गिरफ्तार
डीएमके और अन्य विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए सड़कें व रेल का रस्ता जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों से निबटने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई थी। चेन्नई में अण्णा सालै पर प्रदर्शन के दौरान स्टालिन व अन्य वरिष्ठ नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। विपक्षी पार्टियों का कहना है कि बंद शत प्रतिशत सफल रहा, जबकि मंत्री डी.जयकुमार ने कहा यह बंद राजनीतिक लाभ के लिए किया गया।
खड़ी रहीं बसें
हड़ताल के दौरान खाली सरकारी बसें सड़कों के किनारे खड़ी रही। हड़ताल के दौरान कुछ इलाकों में वाहन तो चले पर कुछ इलाकों में वाहन नदारद थे। लोगों को परेशानी से बचाने के लिए दक्षिणी रेलवे सेलम व तिरुनेलवेली में रेल की पटरियों पर विरोध प्रदर्शन किया गया।
पुदुचेरी में परिवहन सेवाएं प्रभावित रही तो कर्नाटक से आईं बसें भी गुरुवार को तमिलनाडु की सीमा पर ही रोक दिया गया। महानगर में प्रदर्शनकारियों द्वारा 12 एमटीसी समेत 41 सरकारी बसों के शीशे तोड़े गए।
एमटीसी, ओला, युबर और ट्रेन रहे परेशानी में मददगार
राज्यव्यापी बंद के दौरान जहां सड़कों पर यातायात के साधन ना के बराबर नजर आ रहे थे तब एमटीसी लोगों के लिए काफी मददगार रही। भले ही आम दिनों की अपेक्षा बसों की संख्या में कमी नजर आई बाकि सेवाएं निरंंतर चालु रही। वहीं इस दौरान ओला व युबर का भी लोगों ने जमकर फायदा उठाया। हां कुछ लोगों की यह भी शिकायत रही कि आम दिनों से ज्यादा इन्होंने सेवाओं के चार्ज वसूले। वही इन सब से परे रेल अपनी रफ्तार में लोगों को सेवाएं दे रही थी। हालांकी कुछ स्थानों पर लोगों ने रेल की पटरी को काफी घंटो तक जाम रखा, जिसे बाद में साफ करा लिया गया।
राज्यव्यापी बंद के दौरान जहां सड़कों पर यातायात के साधन ना के बराबर नजर आ रहे थे तब एमटीसी लोगों के लिए काफी मददगार रही। भले ही आम दिनों की अपेक्षा बसों की संख्या में कमी नजर आई बाकि सेवाएं निरंंतर चालु रही। वहीं इस दौरान ओला व युबर का भी लोगों ने जमकर फायदा उठाया। हां कुछ लोगों की यह भी शिकायत रही कि आम दिनों से ज्यादा इन्होंने सेवाओं के चार्ज वसूले। वही इन सब से परे रेल अपनी रफ्तार में लोगों को सेवाएं दे रही थी। हालांकी कुछ स्थानों पर लोगों ने रेल की पटरी को काफी घंटो तक जाम रखा, जिसे बाद में साफ करा लिया गया।
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