इस साल 2021 का पहला सूर्य ग्रहण कंकणाकृती सूर्य ग्रहण 10 6 2021 जेष्ठ कृष्ण पक्ष अमावस्या गुरुवार को यह पहला सूर्य ग्रहण है लेकिन यह भारत में दृश्य नहीं होगा। इसलिए इसका कोई भी असर भारत में नहीं होगा। यह ग्रहण मुख्य रूप से रूस मंगोलिया यूरोप ग्रीनलैंड उत्तरी और पूर्वी कनाडा चीन चीन के पश्चिम भाग मैं दृश्य होगा। ग्रहण का स्पर्श भारतीय समय दिन में दोपहर 1:42 से होगा मोक्ष सायंकाल 6:41 को होगा। यह ग्रहण धार्मिक दृष्टि से भारत में कोई भी महत्व नहीं रखता इसलिए इसका भय नहीं होना चाहिए वह यम नियम सूतक की मान्यता नहीं होती।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आकाश में जब भी परिवर्तन आता है उस समय की ग्रह स्थिति अलग-अलग राशियों पर अलग-अलग प्रभाव छोड़ती है। मुख्यता जब ग्रहण आता है तो जिस राशि पर ग्रहण होता है वह सबसे ज्यादा बाधित होती है।
मेष राशि
मेष राशि के द्वितीय भाव में ग्रहण आ रहा है इससे अपने परिवार के व्यवहार में शांति बरतें अन्यथा विवाद होगा। भगवान विष्णु की आराधना करें रोज विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें या सुने।
ऋषभ राशि
ऋषभ राशि पर सूर्य ग्रहण होने से मानसिक कष्ट होगा विवाद होगा मन को संयमित रखें विवाद ना करें। अपने जीवन साथी के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। भगवान शिव के जाप नाम का जाप करें रुद्र का पाठ करें या रुद्री सुने। शिव मंदिर में दूध व पानी से अभिषेक करें।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के ग्रह स्थान पर ग्रहण की युक्ति हो रही है आपको अष्टम शनि भी चल रहा है इसलिए भगवान शिव की आराधना करना इससे खर्चे कम होगे घर में पति-पत्नी में विवाद नहीं होगा। हनुमान चालीसा रोज करें पीपल के वृक्ष को पानी दे।
कर्क राशि
कर्क राशि के ग्यारहवें भाव में ग्रहण आ रहा है यह आपको लाभ ही देगा लेकिन सूर्य व मंगल की स्थिति 1 महीने के लिए ठीक नहीं है इसलिए रोज सूर्य को जल दे। भगवान शिव जी को रोज मीठे पानी से अभिषेक करें महामृत्युंजय का जाप करें धन लाभ होगा।
सिंह राशि
सिंह राशि के दशम भाव में ग्रहण आ रहा है यह आपके कार्यक्षेत्र में थोड़ी रुकावट पैदा करेगा। मां के स्वास्थ्य में थोड़ी तकलीफ देगा लेकिन आगे जाकर लंबा फायदा होगा। रोज सूर्य भगवान को जल दे गायत्री मंत्र का जाप करें। भगवान गणेश जी की आराधना करें लाभ होगा शांति रहेगी।
कन्या राशि
कन्या राशि के नवम भाव पर राहु की स्थिति ग्रहण योग बना रही है यह आपके धार्मिक कार्य में थोड़ी रुकावट पैदा करेगी। पिता के स्वास्थ्य में थोड़ी रुकावट पैदा करेगी इसलिए आपको रोज हनुमान जी वह शिवजी की पूजा करनी है। इससे धैर्य बना रहेगा धन लाभ भी होगा विदेश यात्रा होगी।
तुला राशि
तुला राशि के अष्टम भाव में राहु और द्वितीय भाव में केतु यह पारिवारिक विवाद बढ़ाएगा और शनि भगवान चतुर्थ भाव पर है कार्यों को जल्दी नहीं होने देगी। इसलिए रोज हनुमान चालीसा करें धन लाभ और स्वास्थ्य में सुधार होगा।
वृश्चिक राशि
राशि पर केतु सप्तम भाव पर राहु ग्रहण योग बना रहे हैं मानसिक संतुलन बनाए रखें। भगवान शिव जी के मंत्रों का जाप करें परिवार में विवाद की स्थिति को उत्पन्न ना होने दें। शिवजी को जल से अभिषेक करें पीपल वृक्ष को पानी दे धन लाभ होगा शांति रहेगी।
धनुष राशि
12 वे स्थान पर केतु और छठे भाव में राहु क्रोध को बढ़ाएगा द्वितीय भाव पर शनि क्रोध को बढ़ाएगा। इसलिए संयम रखें परिवार में विवाद ना करें। रोज पीपल वृक्ष को जल दे भगवान गणेश की आराधना करें शांति रहेगी घर में धन आएगा।
मकर राशि
पंचम भाव पर राहु ग्यारहवें घर पर केतु राहु संतान से कष्ट आने के योग है। संतान के स्वास्थ्य का ध्यान रखें अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें। साढ़ेसाती जन्म शनि चल रहा है रोज पीपल वृक्ष की पूजा करें हनुमान जी के मंदिर में परिक्रमा कर एवं मीठा प्रसाद चढ़ाएं। इससे स्वास्थ्य लाभ होगा घर में शांति रहेगी।
कुंभ राशि
चतुर्थ भाव पर राहु दशम भाव में केतु परिवार में असंतोष की का माहौल रहेगा। शुभ कार्य में अड़चन आने के योग हैं। भगवान गणेश जी की आराधना करें वह हनुमान मंदिर में मीठी बूंदी के लड्डू का प्रसाद चढ़ाएं शांति रहेगी लाभ होगा।
मीन राशि
तृतीय भाव पर राहु नवम भाव पर केतु लाभ के योग बना रहा है वेरी अच्छा रहेगा लाभ होगा। अपने से छोटों को परिवार में तकलीफ आएगी मां के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। रोज हनुमान चालीसा पढ़े सूर्य भगवान को जल दे शांति रहेगी लाभ होगा।
सूर्य ग्रहण के बाद सूर्य मिथुन राशि में 15 तारीख को प्रवेश करेंगे। इसके बाद करोना की बीमारी में कमी आएगी जनजीवन धीरे-धीरे सामान्य हो जाएगा।