श्री कृष्ण जन्मोत्सव तेघरा मेला शुरू ,उद्घाटन करने पहुँचे बिहार विधान सभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी
सुरेन्द्र मेहता, आईएनएन/बिहार, @Infodeaofficial
परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम् ।
धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे ॥
साधु पुरुषों का उद्धार करने के लिए, पाप कर्म करने वालों का विनाश करने के लिए और धर्म की अच्छी तरह से स्थापना करने के लिए मैं युग-युग में प्रकट हुआ करता हूँ।
श्री कृष्णजमोत्सव मेला तेघरा, बिहार में वृंदावन,मथुरा के बाद सबसे बड़ा कृष्णअष्टमी मेला माना जाता है तेघरा में राधा कृष्ण की भक्ति है आकर्षणी शक्ति जो खींच कर मानव को श्याम प्रभु के निकट ले जाती है। यह ऐतिहासिक रिवायत लगभग 100 वर्षो की होने को है। इसी कड़ी में हम आज आपको दूसरा वृन्दाबन गोकुलघाम तेघरा ले चलते है।
कैसे मानते यहाँ जन्माष्टमी
सनातन धर्म में श्री कृष्णजन्माष्टमी के दिन भगवान विष्णु स्वरूप कन्हैया की भक्ति प्राप्त करने को आराधना उपवास रखते हैं।शाम होते ही लोग मंदिरों में पूजा पाठ के लिए एकत्रित हो जाते हैं।मुहूर्त के हिसाव से रात के बारह बजे भगवन श्री कृष्ण का जन्म होता है लोग प्रसाद ग्रहण कर उपवास तोड़ते है।फिर क्या फिर वही होता है हैप्पी बर्थडे टू यू, जय श्री कृष्ण, जय राधे, का जयघोष, ढोल नगाड़ों, पटाखे, भजन -कीर्तन, हर पंडाल में यह दृश्य देखने को मिलता है।
आइये तेघरा कृष्ण जन्मोत्सव का संक्षिप्त इतिहास के पन्ने पर नजर डालते हैं तो पता चलता है कि सन 1927 ई में यहाँ हैजा, प्लेग जैसी खरनाक बीमारी महामारी के रूप में इस इलाके को अपने चपेट में ले लिया था लोग त्राहिमाम थे मौत कब किसको अपने आगोश में ले ले ये पता नहीं चलता था। लोग यहाँ से भागकर दूसरे जगह बसना शुरू कर दिया था।इस महामारी से बचने के लिए लोगो ने कई टोन टोटके ,पूजा अर्चना, यज्ञ हवन करवाया पर कोई सुधार नहीं हुआ।
इसी बीच भारत भ्रमण के दौरान चैतन्य महाप्रभु की भजन मंडली तेघरा पहुची और और स्थिति देख कर उन्होंने श्री कृष्ण जन्मोत्सव मनाने का मसबरा दिया प्रभु कृपा हुआ समस्या से निजात दिलाने को भगवन तेघरा के घरती पर अपना दया प्रदान किया और लोग तब से आज तक यह परंपरा को आत्मसात किये हुए हैं जो आज इतना विराट रूप ले लिया है।

आज लगभग तेघरा में 14 पंडाल एवं बरौनी रेलवे शोकहरा, फुलवरिया, में 7 पंडालो में, कुल 21 मंडपो पर श्री कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जा रहा है।
उक्त मेले के उद्घाटनकर्ता के रूप में बिहार विधान सभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी आदर्श युवा निकेतन मेला समिति का उद्घाटन करते हुए कहा कि तेघरा श्री कृष्ण नगरी के रूप में धार्मिक और सांस्कृतिक जागृत चेतना का उद्धरण है।
इस गौरवशाली इतिहास को तेघरा के लोगो ने बरक़रार रखा है। उन्होंने तेघरा कृष्ण जन्माष्टमी मेला को राजकीय मेला घोषित करवाने में सहयोग की बात कह कृष्णभक्तों का दिल जीत लिया।
वही अनुमंडल सह प्रखंड प्रांगण मेला समिति अध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया की यहाँ का उद्घाटन पूर्व सांसद सूरजभान सिंह ने किया। तो बरौनी रेलवे में प्रभारी मंत्री श्रम संसाधन विभाग बिहार सरकार ने किया ।
यहाँ मुख्य आकर्षण के केंद्र – में पंडाल , झूला, ब्रेक डान्स,मौत का कुआं, रेल झूला ,व बच्चो ने मिक्की माउस को खूब पसंद कर रहे हैं।
मीणा बाजार सजा हुआ है महिलाएं परिधान ,और सौंदर्य के सामान काफी खरीद रही है।बहार से अतिथि का मेहमान नवाजी स्थानीय लोगों में उत्साह बढ़ा रहा है।
मेला क्षेत्र में विधि व्यबस्था – अनुमंडल पदाधिकारी डॉ निशांत कुमार और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी आशीष आनंद के नेतृत्व में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है । मेले में श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार असुविधा नहीं हो इसी लिए मजिस्टेट नियुक्त किया गया हैउक्त मेले डॉ लालन कुमार पशुपालन पदाधिकारी ,रजनीश कुमार सांख्यकी पदाधिकारी हरिशंकर पाल श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी ,अजय कुमार बीडीओ भगवानपुर ,विवेक भारती थाना प्रभारी ,मनीष कुमार प्रखंड कर्मी सहित कई पदाधिकारी मुस्तैद दिखे वही सुरक्षा के दृष्टि से सिविल ड्रेस में भी महिला पुरुष पुलिस बल तैनात किये गये हैं जो काफी क़ाबिले तारीफ है।