महिलाओं समेत बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों का विरोध
सबरीमाला दर्शन के लिए जा रहे भाजपा नेता की गिरफ्तारी पर राजमार्गों पर लगाया जाम
आईएनएन/चेन्नई@Infodeaofficial
उच्चतम न्यायालय के आदेश पर राज्य सरकार द्वारा रजस्वला आयुवर्ग की महिलाओं को भी भगवान अयप्पा के सबरीमाला मंदिर में प्रवेश दिलाने को लेकर विरोध थम नहीं रहा है। शनिवार को भाजपा के प्रदेश महामंत्री के. सुरेंद्रन की गिरफ्तारी के बाद रविवार को पूरे राज्य में महिलाओं समेत बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने विरोध किया। प्रदर्शनकारी राजधानी कोच्चि, त्रिशूर, पलक्कड और कोट्टारक्कारा उप जेल के सामने सड़कों पर बैठ गए। इस कारण से कई स्थानों पर यातायात बाधित हो गया। राज्य के कई राजमार्गों को लोगों ने अवरुद्ध कर दिया। इससे भीषण जाम की स्थिति उत्पन्न हुई। सुरेंद्रन कोट्टारक्कारा जेल में ही बंद हैं। इससे पूर्व प्रशासन ने मंदिर में दर्शन करने जा रही भाजपा की नेत्री शशिकला टीचर को भी निरुद्ध कर लिया था, जबकि वह 50 वर्ष से अधिक आयु की हैं।
इससे पूर्व शनिवार को राजधानी में सचिवालय के घेराव के दौरान पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं में हल्की झड़प हुई थी। बता दें कि दक्षिण भारत के अयप्पा भक्त उच्चतम न्यायालय के निर्णय के विरोध में हैं। भाजपा सबरीमाला मंदिर की पवित्रता बनाए रखने की भक्तों की मांग के पक्ष में है। भाजपा ने पूरे राज्य में भक्तों के साथ बढ़चढ़कर विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। अभी तक 10 से 50 वर्ष की आयु की एक भी महिला को मंदिर में प्रवेश दिला पाने में प्रशासन सफल नहीं हो पाया है। केरल सरकार का कहना है कि वह न्यायालय के आदेश को लागू करने के लिए संवैधानिक रूप से बाध्य है।
तिरुवनंतपुरम में भाजपा नेता एमएस कुमार ने कहा कि पुलिस उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद सबरीमला मंदिर में एक भी युवा महिला को ले जाने में सफल नहीं हो पायी है। उच्चतम न्यायालय ने अपने 28 सितंबर के आदेश में मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं के प्रवेश की अनुमति दी थी।
उधर, कांग्रेस के नेता असमंजस की स्थिति में हैं। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने न्यायालय के निर्णय का स्वागत करते हुए इसे महिलाओं की बराबरी के लिए आवश्यक बताया था। इसके बाद प्रदेश कांग्रेस निष्क्रिय भूमिका में रही। हालांकि कांग्रेस इस मामले में स्वयं का नुकसान होता देख अब बयानबाजी करने लगी है। प्रदेश कांग्रेस ने लंबी चुप्पी के बाद कहा कि वह श्रद्धालुओं के साथ है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि केरल सरकार मंदिर की सुरक्षा के नाम पर आतंक जैसा माहौल बना रही है। कांग्रेस विधायक राधाकृष्णन ने कहा कि सबरीमला को एक किले में बदल दिया गया है, जहां भगवान अयप्पा के भक्तों का प्रवेश रोक दिया गया है। कोनी विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रकाश ने दावा किया कि सबरीमला में भारी पुलिस तैनाती भक्तों की सामान्य आवाजाही को बाधित कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार पुलिस बल का उपयोग करके, भगवान अयप्पा मंदिर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के नाम पर आतंक-जैसा वातावरण बना रही है।
बता दें कि शुक्रवार को सामाजिक कार्यकर्ता तृप्ति देसाई पुणे से आईं थीं, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने उन्हें कोच्चि हवाईअड्डे से बाहर नहीं आने दिया। 15 घंटे तक हवाईअड्डे के भीतर रहने के बाद हवाईअड्डे के सुरक्षा प्रशासन ने तृप्ति व उनके साथ आई छह महिलाओं को वापस पुणे भेजा।