महाकुंभ में श्रद्धालुओं को मिल रहा खास प्रसाद
अक्षय पात्र-हरे कृष्ण मूवमेंट श्रद्धालुओं को करा रहा भव्यता का अनुभव
अनूठे किचन से बंटेगा सुबह-शाम स्वच्छ और गुणवत्तायुक्त भोजन
आईएनएन/नई दिल्ली, @Infodeaofficial
अक्षय पात्र-हरे कृष्ण मूवमेंट की तरफ से प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेला में विशेष शिविर लगा। उत्तर प्रदेश सरकार ने शिविर के लिए औद्योगिक क्षेत्र, सेक्टर 6, प्रयागराज में शिविर के लिए 4 एकड़ भूमि आवंटित की है। यह जानकारी देते हुए ‘दी अक्षय पात्र फाउंडेशन’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और ‘हरे कृष्ण मूवमेंट’ के वाइस प्रेसिडेंट श्री भरतर्षभा दास ने कहा कि हमारा लक्ष्य रोजाना हज़ारों तीर्थयात्रियों को पूर्ण प्रसाद भोजन सेवा देना है।
महाकुम्भ मेला के दौरान अन्नदान का अत्यधिक महत्व है। भूखों को खाना खिलाना हिंदू धर्म में सबसे उच्चतम रूप में दान माना जाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार के आग्रह पर दी अक्षय पात्र फाउंडेशन और हरे कृष्ण मूवमेंट वृहद अन्नदान कार्यक्रम के माध्यम से प्रतिदिन हज़ारों श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित कर रहा है। संस्था कुम्भ मेला के दौरान लाखों भक्तों के लिए यह सुनिश्चित करना चाहता है कि कोई भी भूखा न रहे। यही संस्था का मूलमंत्र है।
अक्षय पात्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हरे कृष्ण मूवमेंट के वाइस प्रेसिडेंट श्री भरतर्षभा दास ने कहा कि हम महाकुंभ यात्रा करने आए श्रद्धालुओं की सेवा करने को लेकर उत्साहित हैं, जो भारत के विभिन्न हिस्सों से आ रहे हैं। हम प्रसन्न हैं कि हम उन्हें अच्छा, संपूर्ण भोजन और प्रसाद के रूप में अन्नदान देने में भागीदार बन पा रहे हैं। अन्नदान को सभी शास्त्रों में सबसे श्रेष्ठ दान के रूप में माना गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दाताओं के सहयोग एवं समर्थन से हम यह कार्य कर पा रहे हैं।
हरे कृष्ण मूवमेंट शिविर
हरे कृष्ण मूवमेंट सरकार द्वारा दिए गए शिविर के माध्यम से हज़ारों श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया जा रहा है। इसके लिए तकनीकी सहायक की भूमिका अक्षय पात्र फाउंडेशन निभाएगा। इस शिविर को अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित किया जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालुओं को लाभ पहुंचाया जा सके। इस शिविर क्षेत्र में मदन मोहन मंदिर के प्रारुप को दिखाया गया है।
हरे कृष्ण मूवमेंट ग्रुप कृष्ण मंदिरों, मण्डलियों, खेतों, रेस्तराओं, खाद्य वितरण संगठनों और स्कूलों का एक वैश्विक संघ है। श्रील प्रभुपाद को समर्मित वैश्विक हरे कृष्णा आंदोलन (हरे कृष्णा मूवमेंट) के अध्यक्ष श्री मधु पंडित दास हैं। श्री मधु पंडित दास जी इस्कॉन बेंगलुरु और अक्षय पात्र फाउंडेशन के भी अध्यक्ष है। श्री मधु पंडित दास जी के नेतृत्व में वैश्विक हरे कृष्ण मूवमेंट समूह भगवान कृष्ण के संदेश को पूरी दुनिया में फैला रहा है। हरे कृष्णा मूवमेंट का उद्देश्य देश दुनिया में लोगों को ईश्वर से जोड़े रखना है। इस के जरिए लोगों को आध्यात्मिक समझ, एकता और शांति का लाभ प्रदान कराया जाता है। यहां वेदों और वैदिक ग्रंथों की शिक्षाओं का पालन किया जाता है।
जिसमें श्री मद् भगवत गीता और भागवतम् शामिल है, जो श्री राधा कृष्ण के सर्वोच्च व्यक्तिगत पहलू में श्रीकृष्ण भक्ति या सनातन धर्म के मूल बीज को सिखाते हैं। इन शिक्षाओं को ब्रह्म-माधव-गौड़ीय वैष्णव संप्रदाय के नाम से जानी जाने वाली उपदेशात्मक परंपरा के माध्यम से प्राप्त की जाती हैं। हरे कृष्ण आंदोलन के अनुयायी दुनिया भर में गीता और हिंदू धर्म-संस्कृति का प्रचार प्रसार करते हैं। वैश्विक हरे कृष्ण मूवमेंट के 50 से ज्यादा केंद्र है, जिनमें मंदिर, स्कूल, कृषि समुदाय और मण्डली समुदाय शामिल हैं। इसी के तहत जयपुर, हैदराबाद,दिल्ली, गुड़गांव,अहमदाबाद, अमृतसर,लखनऊ, इंदौर आदि शहरों में वैश्विक हरे कृष्णा मूवमेंट लगातार कृष्ण भक्ति को फैला रहा है।
श्रील प्रभुपाद की प्रेरणा से वैश्विक हरे कृष्ण मूवमेंट के अध्यक्ष श्री मधु पंडित दास जी ने कक्षा में उपजती भूख को खत्म करने के उदेश्य से ‘द अक्षय पात्र फाउंडेशन’ की नींव 2001 में रखी और आज अक्षय पात्र फाउंडेशन चार अरब बच्चों को गर्म और पौष्टिक भोजन परोस चुका है। इसका जश्न संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत सरकार ने मनाया। अक्षय पात्र 77 केंद्रीकृत रसोइयों को 16 राज्यों में और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में सफलतापूर्वक संचालित कर रहा है। इन सब में दो प्रदेश ऐसे भी हैं जहां विकेंद्रीकृत रसोइयों में भोजन पकाया जाता है ।
इन रसोइयों की भव्यता और इनके कार्य कौशल की वजह से ही मध्याह्न भोजन द्वारा अधिक से अधिक लोगों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। अक्षय पात्र फाउंडेशन प्राकृतिक या अन्य आपदाओं के समय विभिन्न समुदायों के साथ और समर्थन से निरंतर काम कर रहा है। कोरोना काल में संस्था ने 23 करोड़ लोगों को भोजन,राशन किट सहित अन्य सामाग्रियों का वितरण किया। हाल ही केरल के वायनाड और असम के प्राकृति आपदा के समय देवदूत बन कर आया और लोगों को राहत पहुंचाया।
वृंदावन चंद्रोदय मंदिर के बारे में
वैश्विक हरे कृष्ण मूवमेंट के तहत कृष्ण नगरी वृंदावन में विश्व का सबसे ऊंचा मंदिर वृंदावन चंद्रोदय मंदिर लगातार आकार ले रहा है। इसके अध्यक्ष श्री मधु पंडित दास जी हैं। भगवान कृष्ण की लीला भूमि पर बन रहे चन्द्रोदय मंदिर का पहला साउथ विंग बनकर तैयार हो गया है। इस मंदिर की कल्पना श्रील प्रभुपाद ने की थी, जब वह भारत यात्रा के दौरान वृन्दावन आये थे। मंदिर का पहला ब्लॉक बनकर तैयार हो चुका है। इसमें श्री राधा-कृष्ण (श्रीश्री राधा वृंदावनचंद्र) की मूर्ति भी स्थापित की जा चुकी हैं। 70 मंजिला मंदिर की ऊंचाई 210 मीटर (700 फीट) होगी। यह मंदिर वृंदावन के प्राचीन मदन मोहन मंदिर और गोविंददेव मंदिर के सम्मिश्रण के प्रारुप में बन रहा है।
गगनचुम्बी मंदिर की ऊंचाई का अंदाजा ऐसे लगाया जा सकता है कि मंदिर के टॉप पर रखी जाने वाली टेलीस्कोप से आगरा के ताजमहल को देखा जा सकेगा। मंदिर से ताजमहल कि दूरी 80 किलोमीटर है। इसमें चार मुख्य मंदिर रहेंगे। श्रील प्रभुपाद और गुरु परंपरा प्रथम मंदिर, द्वितीय मंदिर श्री श्री लक्ष्मी नृसिंह भगवान का मंदिर, तीसरा मंदिर श्री श्री जगन्नाथ, बलदेव एवं सुभद्रा महारानी के मंदिर और मुख्य मंदिर में अष्टसखी समेत श्री श्री राधा वृंदावनचंद्र, श्री श्री पंचतत्व एवं श्री श्री कृष्ण बलराम होंगे।
द्रविड़, नागर और आधुनिक शैली में बनाये जा रहे मंदिर में 4-डी तकनीक द्वारा लीलाओं के दर्शन भी किए जा सकेंगे। ब्रज लीला, भगवत गीता प्रदर्शनी, श्रील प्रभुपाद म्यूजियम एवं एक्सपो, बायोडायवरसिटी पार्क( पवित्र वन, बटर फ्लाई पार्क,आयुर्वेदिक हर्बल वावाटिका, मंदिर के आसपास प्राकृतिक वनों का वातावरण तैयार किया गया), पारंपरिक ब्रज गोशाला, यमुना जी का प्रतिरूप तैयार कर नौका विहार जैसी सुविधाएं भी होंगी। इसके साथ ही कई प्रकार के आउटलेट्स आदि भी भक्तों के लिए उपलब्ध रहेंगे।