14 हजार नियोजित शिक्षकों को नीतीश कुमार ने सौंपा नियुक्ति पत्र

INN/Patna, @Infodeaofficial

बिहार के 1 लाख 14 हजार नियोजित शिक्षकों को आज राज्यकर्मी का दर्जा मिल गया है. सीएम नीतीश कुमार ने उन्हें पटना के अधिवेशन भवन में आयोजित कार्यक्रम में नियुक्ति पत्र सौंपा. इस दौरान उन्होंने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि नियोजित शिक्षक जिस जगह पर काम कर रहें हैं, वहीं काम करेंगे. नई जगह पोस्टिंग नहीं दी जाएगी.

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज 1 लाख 14 हजार 138 विशिष्ट शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपा. इसके साथ ही, पहले से नियोजित इन शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा मिल गया. इसे लेकर पटना के अधिवेशन भवन में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसके अवाला, जिलों में नियुक्ति पत्र बांटने की जिम्मेदारी वहां से जिलाधिकारी को दी गयी थी.

नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि 2005 की नवंबर में हम लोग सरकार में आए थे तो शिक्षा स्वास्थ्य के दिशा में काम किया. इसके अलावे कहीं कोई रास्ता नहीं बना था, उस पर भी काम करना शुरू किया. लोग रात में घर से बाहर नहीं निकलते थे, इस पर काम शुरू किया. हम लोगों ने शिक्षा के लिए काम शुरू किया.

नियुक्ति पत्र वितरण के कार्यक्रम में बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि सीएम ने राज्य में सबसे ज्यादा शिक्षकों की बहाली की. साल 2005 से 2020 के बीच करीब चार लाख शिक्षकों की बहाली की गयी. इससे शिक्षा में व्यापक सुधार आया है.

बिहार में छठे फेज में नियोजित शिक्षक की वर्तमान सैलरी इस वक्त 24 हजार 750 रुपये है. इसमें 1800 रुपये ईपीएफ का कटता है. अब राज्यकर्मी बनने के बाद, प्राइमरी शिक्षक की सैलरी 38 हजार 500 रुपये हो जाएगी. इसमें चार हजार रुपये एनपीएस में कटेगा. यानी हाथ में 34 हजार 500 रुपये आएगा. जबकि, मिडिल स्कूल के शिक्षक का वेतन 43 हजार और हाई स्कूल के शिक्षक का वेतन 47 हजार 500 रुपये होगा.

बिहार में प्रारंभिक से उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में लगभग 3.85 लाख नियोजित शिक्षक हैं. उसमें से 1.87 लाख के करीब शिक्षक सक्षमता परीक्षा पहले चरण में पास कर चुके हैं. जबकि, दूसरे चरण के सक्षमता परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया गया है. इसमें 80 हजार से ज्यादा शिक्षक शामिल हुए थे. जिसमें से 80 प्रतिशत शिक्षक पास हुए हैं.

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