हिमाचल सरकार ने टॉयलेट सीट टैक्स मामले में लिया यूटर्न
INN/Shimla, @Infodeaofficial
हिमाचल में टॉयलेट सीट पर टैक्स लगाने के मामले में एक बार फिर कांग्रेस सरकार पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इसे लेकर विपक्ष कांग्रेस पर हमलावर है और विवाद के बाद सरकार ने अधिसूचना को वापस ले लिया है। यानि एक नए यूटर्न को लेकर एक बार फिर कांग्रेस सरकार की किरकिरी हो रही है।
आर्थिक संकट से जूझ रही हिमाचल सरकार एक बार फिर से सुर्खियों में है। कांग्रेस की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार अब हिमाचल में आपके घर के शौचालय पर भी टैक्स लगाने की तैयारी में है। सुनने में थोड़ा अटपटा जरूर है लेकिन जो ताजा नोटिफिकेशन जलशक्ति विभाग की तरफ से जारी हुई है उसके मुताबिक सरकार ने कुछ ऐसा ही फैसला लिया है।
हिमाचल में पानी के सरकारी कनेक्शन न लेने वाले लोगों को भी अब सीवरेज टैक्स देना होगा। ये सीवरेट टैक्स घरों में शौचालय सीट की संख्या के हिसाब से तय किया जाएगा। घर में शौचालय में प्रति टॉयलेट सीट 25 रुपये का टैक्स सीवरेज सेस के रूप में वसूला जाएगा। हालांकि ये सिर्फ उन्हीं क्षेत्रों में लागू होगा जो सीवरेज लाइन एरिया के तहत आते हैं।
हालांकि सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार के इस फैसले को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर एक बार फिर से हिमाचल सुर्खियों में है और हिमाचल के भाजपा नेताओं से लेकर केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण तक ने इसे लेकर हिमाचल की कांग्रेस सरकार पर हमला बोला है। हिमाचल दौरे पर आए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने भी इसे लेकर हिमाचल सरकार पर निशाना साधा है और कहा है कि हिमाचल की कांग्रेस सरकार की बुद्धि भ्रष्ट हो गई है।
उधर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इन खबरों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि टॉयलेट सीट पर टैक्स लगाने जैसी कोई बात नहीं है और प्रदेश सरकार कोई भी जनविरोधी फैसला नहीं ले रही है।
इस बीच पूरे मामले को लेकर सरकार पर सवाल उठने के बाद सरकार ने अधिसूचना को वापस ले लिया है। जलशक्ति विभाग ने भी एक स्पष्टीकरण जारी किया है जिसमें कहा गया है कि टॉयलेट सीट पर टैक्स लगाने जैसी कोई बात नहीं है। वहीं हिमाचल सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा ने भी अधिसूचना वापस लिए जाने की पुष्टि की है। यानि एक बार फिर से हिमाचल की कांग्रेस सरकार को अपने फैसले से यूटर्न लेना पड़ा है और इसकी वजह से एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर हिमाचल सरकार की किरकिरी भी हो रही है।