वर्ष 2025 कांग्रेस के संगठन के सशक्तिकरण का वर्ष होगा: खरगे
चुनावी प्रक्रिया में लोगों की आस्था कम हो रही, चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे
आईएनएन/नई दिल्ली, @Infodeaofficial
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि 2025 कांग्रेस के संगठन के सशक्तिकरण का वर्ष होगा। कांग्रेस संगठन में सभी रिक्त पदों को भरेगी। उदयपुर की घोषणाओं को पूरी तरह से लागू किया जाएगा। कांग्रेस अपने संगठन को राष्ट्रीय स्तर से लेकर मंडल और बूथ तक चुनाव जीतने के लिए आवश्यक कौशल से सुसज्जित करेगी। उन्होंने कहा, संविधान की रक्षा के लिए लड़ने को तैयार रहने वाले और कांग्रेस की विचारधारा में विश्वास रखने वालों को पार्टी से जोड़ना होगा और उन्हें मुख्यधारा में लाना होगा।
महात्मा गांधी के भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष बनने के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में कर्नाटक के बेलगावी में कांग्रेस कार्यसमिति की विस्तारित ‘नव सत्याग्रह’ बैठक में अपने प्रारंभिक अध्यक्षीय भाषण में खरगे ने कहा कि आज कांग्रेस के इतिहास में बहुत सुनहरा दिन है। 100 वर्ष पहले बेलगावी में ही 26 दिसंबर 1924 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाली थी। हर कांग्रेसी को महात्मा गांधी की विरासत पर गर्व है।
खरगे ने कहा कि उन दिनों कोहाट और गुलबर्गा जैसे शहरों में हो रहे सांप्रदायिक दंगों से आहत होकर महात्मा गांधी ने चिंता व्यक्त की थी। लेकिन अफसोस की बात है कि 100 वर्ष बाद भी आज सत्ताधारी दल के नेता खुलेआम भड़काऊ नारे लगा रहे हैं और समुदायों के बीच नफरत फैला रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर के बारे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अपमानजनक टिप्पणी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस टिप्पणी के विरोध में कांग्रेस ने आपत्ति जताई, प्रदर्शन किए। लेकिन अमित शाह से माफी मंगवाना और इस्तीफा लेना तो दूर, प्रधानमंत्री ने बयान जारी कर गृह मंत्री का बचाव किया। राहुल गांधी पर झूठा केस दर्ज कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि संविधान की शपथ खाने वाले ही झूठ फैला रहे हैं। सत्ताधारी नेता असत्य का सहारा लेकर कांग्रेस पर आरोप लगा रहे हैं। सत्ताधारी दल के लोग संविधान की प्रस्तावना का अपमान करते हैं।कांग्रेस को ऐसे लोगों को बेनकाब और परास्त करना है। कांग्रेस नेहरू-गांधी की विचारधारा और बाबा साहब के सम्मान के लिए आखिरी दम तक लड़ेगी।
खरगे ने भाजपा सरकार पर चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाओं को नष्ट करने और उन पर नियंत्रण करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि चुनावी प्रक्रिया में लोगों की आस्था धीरे-धीरे कम होती जा रही है, क्योंकि चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठने लगे हैं। चुनाव आयोग द्वारा सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दिया जाता। चुनाव आयोग ने कुछ दिन पहले चुनाव संचालन नियमों में बदलाव किया, ताकि कोर्ट ने जो जानकारी साझा करने का आदेश दिया था उसे रोका जा सके।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इन सब के बीच केंद्र सरकार की वादाखिलाफी के कारण देशभर के किसान एमएसपी गारंटी और दूसरी मांगों को लेकर आंदोलित हैं। लेकिन सरकार में अन्नदाता का दुख दर्द समझने वाला कोई नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि आज जनता की सुध लेने वाला कोई नहीं है। इसीलिए लोगों के मुद्दों को उठाने के लिए कांग्रेस को अपने प्रयास जारी रखने होंगे। भारत जोड़ो यात्रा एवं भारत जोड़ो न्याय यात्रा से देश के राजनीतिक वातावरण को बदलने में काफी ताकत मिली। इसी वजह से 400 पार का मंसूबा रखने वाली भाजपा के इरादों पर पानी फिर गया। संविधान के साथ छेड़छाड़ करने की भाजपा-आरएसएस की योजना को जनता ने विफल कर दिया।
खरगे ने जोर देते हुए कहा कि कांग्रेस को अपनी संगठनात्मक शक्ति को बढ़ाना होगा। 29 नवंबर को हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनावी नतीजों से बने निराशा के वातावरण से सक्रियता से जूझने का फैसला किया था। बीते संसद सत्र में कांग्रेस ने दृढ़ निश्चय, रचनात्मकता और ठोस इरादों के साथ सरकार को बैकफुट पर धकेलने में और विपक्ष में नई स्फूर्ति पैदा करने में सफलता पाई है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि केवल मेहनत ही काफी नहीं है, समयबद्ध ठोस रणनीति और दिशा भी जरूरी है। नई शक्ति को मौका देने की जरूरत है। स्थानीय एवं नए नेतृत्व को भी उभारने की जरूरत है। इस दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस कोषाध्यक्ष अजय माकन, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी महासचिव रणदीप सुरजेवाला, कर्नाटक, तेलंगाना व हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री, कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य, स्थायी और विशेष आमंत्रित सदस्य, पूर्व मुख्यमंत्री, प्रदेश समितियों के अध्यक्ष और देश भर से कांग्रेस विधायक दल के नेता मौजूद थे।