मिलजूलकर करें गांधीवादी विचारधारा का प्रसार
आईएनएन, नई दिल्ली; @infodeaofficial;
गांधीवादी विचारधारा हमे प्रेम और सदभाव से सभी धर्म के लोगों के साथ मिलजूलकर काम करना सीखाती है। मौजूदा दौर में भारत को अगर विश्व गुरू के तौर पर स्थापित करना है तो हमें इन विचाराधारा को जीवन में शामिल करना ही होगा। गांधीवादी संस्कृति की प्रशंसा करते हुए तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने कहा कि गैरराजनीतिक और गैरधार्मिक संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए लोगों की सहभागिता की जरूरत है। टी. नगर स्थित ठक्कर बापा विद्यालय परिसर में आरसीसी दिवा द्वारा पुन: निर्मित ठक्कर बापा अकादमी का राज्यपाल रविवार को लोकार्पण करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने इस मौके पर स्कूल परिसर में हरिजन सेवक संघ होस्टल और स्कूल ऑफ स्किल ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना करने का आग्रह किया। पुरोहित ने महात्मा गांधी द्वारा स्थापित 80 साल पुराने हरिजन सेवक संघ को सहयोग देने के लिए लोगों से बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने को कहा। उन्होंने बताया कि इस विद्यालय का नामकरण ठक्कर बापा पर होने की वजह गांधीजी का उनके विचारों से प्रभावित होना था। उन्होंने सफाई कार्मिकों के अधिकार के लिए काफी काम किया है। वर्ष 2015 में तमिलनाडु में आई बाढ़ ने इस संस्थान को प्रभावित किया तो वर्ष 2016 में चक्रवात के प्रकोप से नहीं बच सकी।
इसके बाद राजस्थान कॉस्मो क्लब की महिला इकाई आरसीसी दिवा ने इसके पुनर्निर्माण का जि मा उठाया और यहां स्कूली बच्चों के लिए अन्य सुविधाओं का भी विकास किया। आरसीसी दिवा की अध्यक्षा स्वाति राजेश नाहर ने बताया कि समाज में व्यक्ति को आर्थिक रूप से सफल दिखाने के लिए शिक्षा महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसलिए हमारा यही प्रयास रहता है कि महिलाओं और बच्चों को शिक्षा के प्रति कितना जागरुक कर सकें और उनके लिए कैसे इसके लिए बेहतर विकल्प तैय्यार कर सकें। शिक्षा व्यक्ति में कला और कौशल का विकास करती है। हमें ऐसी शिक्षा की जरूरत है जो समाज में बेहतर चरित्र का निर्माण करे।
अब जमाना बदल रहा है। ग्लोबलाइजेशन के इस दौर में हमें विभिन्न भाषा, संस्कृति की समझ रखनी जरूरी है। इस मौके पर ऑल इंडिया हरिजन सेवक संघ के अध्यक्ष प्रोफेसर शंकर कुमार सान्याल, मोहनराज कमला कांकरिया चैरिटेबल ट्रस्ट के जितेंद्र कांकरिया, छल्लाणी ज्वेलरी मार्ट के प्रबंध निदेशक जयंती लाल छल्लाणी, ठक्कर बापा विद्यालय समिति के सचिव पी. मूर्र्ति, तमिलनाडु अल्पसं यक आयोग के सदस्य सुधीर कुमार लोढ़ा, आरसीसी दिवा की अध्यक्षा स्वाति राजेश नाहर, कोषाध्यक्ष रेखा प्रवीण तातेड़, सचिव राजश्री विकास चोरडिय़ा, परियोजना निदेशक रेखा दिनेश कांकरिया व कई अन्य लोग मौजूद थे।
मुझ पर गांधीजी का प्रभाव बचपन से ही रहा है। मैं किसी गांधीवादी संस्था से जुड़कर उनके विचारों को प्रचारित-प्रसारित करने में अपना योगदान देना चाहता हूं। कृपया मेरा मार्गदर्शन करें।