भ्रष्टाचार देश के लिए बड़ी बीमारी: हाईकोर्ट
आईएनएन/चेन्नई, @Infodeaofficial;
देश के लिए भ्रष्टाचार उस कोढ़ की तरह है जो इसके विकास पर ग्रहण लगाए हुए है। टीचर्स रिक्रुटमेंट बोर्ड में हुई धांधली के बाद राज्य सरकार द्वारा नियुक्ति प्रक्रिया को रद्द करने के फैसले को सही बताते हुए मद्रास हाईकोर्ट के न्यायाधीश एसएम सुब्रमनियम ने कहा कि आजादी के बाद से हमारे लाख प्रयासों के बावजूद भी हम विकासशील देशों की श्रेणी में ही आते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण हमारा देश में फैला भ्रष्टाचार है।
राज्य सरकार ने नियुक्ति मामले में धांधली की बात उजागर होने के बाद टिचर्स रिक्रुटमेंट बोर्ड (टीआरबी) द्वारा पोलटेकनिक कॉलेज के लिए लेक्चरों की नियुक्ति को रद्द करने के फैसले को बरकरार रखा है। सुनवाई के दौरान न्यायाधीश ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा दिए गए तथ्यों से यह साबित होता है कि नियुक्ति के मामले में धांधली हुई है। जांच रिपोर्ट से पता चलता है कि परीक्षा के आयोजन से पहले ही इसमें धांधली की योजना तैय्यार कर ली गई थी।
इसे अमलीजामा पहनाने के लिए बड़ी होशियारी से काम भी किया गया है। लेक्चरों के पद पर नियुक्ति के लिए कई आवेदकों ने मामले में लिप्त एजेंसी को 73 लाख रुपए की राशी भी दी। इससे साफ होता है कि नियुक्ति प्रक्रिया में बड़े तौर पर धांधली हुई है। वर्ष 2017-18 में लेक्चर की नियुक्ति के लिए 1,058 रिक्त पदों के लिए आवेदन जारी किए गए, जिसके लिए 1.70 लाख प्रत्याशियों ने आवेदन भरा था। इसके लिए लिखित परिक्षा 16 सित बर 2017 को आयोजित की गई जिसमें 1.33 लाख प्रत्याशी शामिल हुए। 2,110 प्रत्याशियों को सर्टिफिकेट वेरीफिकेशन के लिए बुलाया गया।