बजट 2019-20 पर प्रधानमंत्री का वक्तव्य

आईआईएन/नई दिल्ली, @Infodeaofficial

देश को सटीक योजनाओं के माध्यम से शक्तिशाली राष्‍ट्र बनाने की दिशा में एक अहम कदम है इस बजट में मीडिल क्‍लास से लेकरके श्रमिकों तक किसान उन्‍नती से लेकर कारोबारियों की प्रगति तक इनकमटैक्‍स रीलिफ से लेकर इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर तक मेन्‍यूफैक्‍चरिंग से लेकर एमएसएमई सेक्‍टर तक हाऊसिंग से लेकर हेल्‍थ केयर तक, इकोनॅमी को नयी गति से लेकर न्‍यूइंडिया के निर्माण तक सबका ध्‍यान इस बजट में रखा गया है।

साथियों हमारी सरकार की योजनाओं ने देश के हर व्‍यक्ति के जीवन पर सकारात्‍मक प्रभाव डाला है। आयुष्‍मान भारत योजना का लाभ 50 करोड़ गरीबों को मिलना सुनिश्चित हुआ है। प्रधानमंत्री जीवन ज्‍योति योजना और सुरक्षा बीमा योजना का लाभ 21 करोड़ गरीबों को मिल रहा है। स्‍वच्‍छ भारत मिशन का लाभ 9 करोड़ से ज्‍यादा परिवारों को हुआ है। उज्‍ज्‍वला योजना के तहत छह करोड़ से ज्‍यादा परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्‍शन मिला है। प्रधानमंत्री आवास योजना की वजह से 1.5 करोड़ परिवारो को उनके अपने पक्‍के घर मिले हैं।

अब इस बजट में 12 करोड़ से ज्‍यादा किसानों को 3 करोड़ से ज्‍यादा मध्‍यम वर्ग के टैक्‍स पेयर परिवारों को और 30, 40 करोड़ श्रमिकों को सीधा लाभ मिलना तय हुआ है। साथियों सरकार के प्रयासों से आज देश में गरीबी रिकार्ड गति से कम हो रही है लाखों करोड़ों लोग गरीबी को परास्‍त करके न्‍यू मीडिल क्‍लास, मीडिल क्‍लास में प्रवेश कर रहे हैं। देश का यह बहुत बड़ा वर्ग आज अपने सपने साकार करने में और साथ साथ देश के विकास को गति देने में जुटा हुआ है। ऐसे समय में इस बढ़ते मीडिल क्‍लास की आशा, आकांक्षाओं को कुछ कर दिखाने के जज्‍बे को हौसला मिले उसको सपोर्ट मिले इसके लिए सरकार ने अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है। मैं देश के मीडिल क्‍लास, सैलरिड मीडिल क्‍लास को Income Tax की दरो में मिली छूट के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हॅू।

ये मध्‍यम वर्ग और उच्‍चतम मध्‍यम वर्ग की उदारता ही उनकी ईमानदारी ही है कानून को मानकर चलने की उनकी प्रतिबद्धता ही है जिसकी वजह से देश को टैक्‍स मिलता है देश की योजनाएं बनती हैं, गरीब का कल्‍याण होता है। वर्षों से यह मांग रही है कि पांच लाख रूपए तक की आय को Income Tax से मुक्‍त घोषित किया जाए। इतने वर्षेां से की जा रही इस मांग को पूरा करने का काम हमारी सरकार ने किया है।

साथियों किसानों के लिए समय-समय पर अलग-अलग योजनाएं अलग-अलग सरकारों ने बनाई हैं लेकिन ऊपरी सतह के दो, तीन करोड़ किसानों से ज्‍यादा किसान इन योजनाओं के दायरे में आए ही नहीं। अब प्रधानमंत्री किसान सम्‍मान निधि यानि जिसे पीएम-किसान योजना कहा जा रहा है उसका लाभ 12 करोड़ से ज्‍यादा उन किसानों को मिलेगा जिनके पास पांच एकड़ या पांच एकड़ से कम भूमि है। एक प्रकार से आजादी के बाद देश के इतिहास में किसानों के लिए बनी ये सबसे बड़ी योजना है। हमारी सरकार किसानों के लिए एक के बाद एक ठोस कदम उठा रही है।

पशुपालन, गौसंवर्द्धन,मछली पालन जैसे ग्रामीण जीवन और कृषि जीवन से जुड़े अहम क्षेत्रों का भी इस बजट में विशेष ध्‍यान रखा गया है। राष्‍ट्रीय कामधेनु आयोग, और मछली पालन का अलग डिपार्टमेंट करोड़ों किसानों को अपनी आजीविका बढ़ाने में मदद करेगा। मछवारों की मदद करेगा। हमारा यह पूरा प्रयास है कि किसान को सशक्‍त करके उसे वो साधन दें, संसाधन देंजिससे वो अपनी आय दोगुनी कर सके। आज के निर्णयों से इस मिशन को और तेजी मिलेगी।

साथियों आज भारत में अनेक क्षेत्रों में  विकास हो रहा है नये नये प्रकार के क्षेत्रों में नये-नये विस्‍तारों में नये नये प्रकार की योजनाओं में प्रगति हो रही है और इन क्षेत्रों काम करने वाले लोगों की संख्‍या भी निरंतर बढ़ती जा रही है। लेकिन असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों, मजदूरों अनऑर्गेनाइज्‍ड लेबर जिसमें घर पर काम करने वाले लोगा होंया खेतिहर मजदूर हो या ढेले चलाने वाले लोग हों ऐसे समाज तक बहुत बड़ा तबका है मेरे भाइयो-बहनो इन मेरे बंधुओं की चिंता कभी नहीं की गयी है।

उन्‍हें उनके नसीब पर छोड़ दिया गया। हमारे देश में इनकी संख्‍या अनऑर्गेनाइज्‍ड लेबर की संख्‍या करीब करीब 40, 42 करोड़ है उनके लिए प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना उनके जीवन के उत्‍तरार्द्ध 60 वर्ष की आयु के बाद की जिंदगी के लिए बहुत बड़ा संबल होगी उन्‍हें आयुष्‍मान भारत योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्‍योति योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी अनेक योजनाओं का लाभ तो मिलेगा ही। बुढापे में रोजमर्रा की जिंदगी गुजारने के लिए पेंशन भी मिला करेगा। 

भाइयों और बहनों हमारी सरकार देश के हर उस नागरिक को विकास की मुख्‍य धारा से जोड़ने का प्रयास कर रही है जो अब भी कुछ कारणों से विकास का पूरा लाभ नहीं ले पाए हैं। समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े व्‍यक्ति तक पहुंचने के इस प्रयास में सरकार ने घुमंतु समुदायों जैसे मदारीहै, सपेरा हैं, बंजारा है गाडिया लोहार है आदि के लिए एक वेलफेयर बोर्ड बनाने का भी फैसला किया है। मुझे उम्‍मीद है कि सही पहचान होने के बाद सरकार के विकास कार्यों का लाभ इन समुदायों को और तेजी से मिलेगा।

साथियों व्‍यापारी वर्ग के लिए ट्रेडर्स के लिए कोई मंत्रालय हो उस विचार से एक नयी व्‍यवस्‍था को विकसित करने की दिशा में हम आगे बढ़े हैं। देश के व्‍यापारी वर्ग, ट्रेडर्स और अनेक कर्मचारी की आवश्‍यकताओं को समझते हुए उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए डीआईपीपी को रिस्‍ट्रक्‍चर करके उसे विशेष जिम्‍मेदारी दी गयी है। अब ये विभाग डिपार्टमेंट फार प्रमोशन ऑफ इंडस्‍ट्रीज एंड इंटरनल ट्रेड के नाम से जाना जाएगा। मुझे प्रसन्‍नता है कि अगले दशक के अंत तक की आवश्‍यकताओं को और लक्ष्‍यों को ध्‍यान में रखते हुए भी इस बजट में योजनाओं को समाहित किया गया है।

ये बजट गरीब को शक्ति देगा, किसान को मजबूती देगा, श्रमिकों को सम्‍मान देगा, मीडिल क्‍लास के सपनों को साकार करेगा, ईमानदार टैक्‍स पेयर के गौरव का गान करेगा, ट्रेडर्स को सशक्‍त करेगा, इंस्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर निर्माण को गति देगा अर्थ व्‍यवस्‍था को नया बल देगा। देश का विश्‍वास मजबूत करेगा। ये बजट न्‍यू इंडिया के लक्ष्‍यों की प्राति में देश के 130 करोड़ लोगों को नई ऊर्जा देगा। ये बजट सर्वव्‍यापी, सर्वस्‍पर्शी,  सर्वसमावेशी है। सर्वोत्‍कर्ष को समर्पित है।

मैं एक बार फिर हमारे मित्र अरूण जी को और पीयुष जी को और उनकी टीम को इस उत्‍तम बजट के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूँ।

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