आईएनएन/चेन्नई, @Infodeaofficial
मद्रास हाईकोर्ट ने मंगलवार को राष्ट्रिय व क्षेत्रीय राजनैतिक पार्टियों को सूझाव जारी कर कहा है कि वह नीट मामले के राजनीतिकरन से बचें। रॉयपेट के अधिवक्ता एपी सुर्यप्रकाशम द्वारा दायर अवमानना याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायाधीश एन. कृपाकरण ने कहा के बजाय मुद्दे के राजनीतिकरन के इन पार्टियों को यह सोचना चाहिए कि इन विद्यार्थियों किस प्रकार भला हो सके और हताषा और नीराषा की परिस्थिति में किसी प्रकार का गलत कदम उठाने से कैसे बचाया जा सके।
हाईकोर्ट ने सभी राजनैतिक पार्टियों को सलाह दी है कि वह राज्य में नीट संबधित आत्महत्या या फेल होने जैसे मामलों का महिमामंडन करने से बचे। कोर्ट ने कहा कि अभिभावकों की महत्वकांक्षा ही इन आत्महत्याओं का मूल कारण है। बिते साल इस मामले में दायर एक याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने कहा था कि ऐसे मामलों पर लगाम लगाने के लिए जरूरी है अभिभावक अपने बच्चों पर अपनी महत्वकांक्षा न थोपे।
साथ ही फिल्मी व प्रमुख हस्तियां मीडिया के माध्यम से लोगों को एसे कदम न उठाने के लिए जागरुक करें। सरकार ने विद्यार्थियों के प्रोत्साहन के लिए काउंसलिंग केंद्र स्थापित करना चाहिए। सूर्यप्रकाशम ने अपनी याचिका में कहा है कि सरकार इन निर्देशों पर कार्यानवन करने में विफल रही है।
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