तमिलनाडु के तूतूकुड़ी के अलावा कर्नाटक, गुजरात राजस्थान खलेगी CIPET की इकाई: मनसुख मानदवीय
Ritesh Ranjan, INN/Chennai, @royret
तमिलनाडु के तूतूकुड़ी के अलावा कर्नाटक गुजरात और राजस्थान में खुलेगी CIPET की इकाई। चेन्नई स्थित CIPET में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और केंद्रीय रसायन एवं फर्टिलाइजर मंत्री मनसुख मानदवीय ने कहां की भारत में चेन्नई को ऑटो हब के रूप में जाना जाता है। इसके कारण कई लोगों को रोजगार मिलता है। इन्हीं रोजगार के अवसरों में और इजाफा करने के लिए भारत सरकार की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर योजना के तहत चेन्नई में लगभग ₹60 करोड़ की लागत को लगाकर इस संस्थान को और विकसित किया जा रहा है ताकि आने वाले भविष्य में हम अपने युवाओं को कौशल युक्त बनाकर के संसाधन के साथ इन उद्योग जगत की जरूरत के अनुसार उन्हें साधन और स्किल्ड लेबर मुहैया करा सकेंगे।
केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुक मांदविया ने रविवार को चेन्नई स्थित सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (CIPET) परिसर में 59.19 करोड़ रुपये की लागत से छह मंजिला प्रौद्योगिकी केंद्र के निर्माण की आधारशिला रखी। इस मौके पर सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्लास्टिक क्षेत्र के विकास में CIPET का योगदान बहुत ही महत्वपूर्ण है।
तमिलनाडु वाहन उत्पादन में अव्वल है। उद्योग के लिए आवश्यक सभी प्लास्टिक घटकों, चिकित्सा क्षेत्र के लिए आवश्यक प्लास्टिक उपकरण और कृषि क्षेत्र के लिए आवश्यक सामग्री के लिए CIPET का योगदान सराहनीय है। पेट्रोकेमिकल क्षेत्र का देश के आर्थिक विकास में बड़ा योगदान रहा है। इस प्रौद्योगिकी केंद्र में उद्योग जगत के लिए अधिक कुशल श्रमिक उपलब्ध होंगे। इससे अधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे। इसके अलावा, दक्षिणी राज्यों में तमिलनाडु के तुतुकोडी के अलावा कर्नाटक, गुजरात और राजस्थान में स्थापित किए जाएंगे।
कार्यक्रम में तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री एम सुब्रमण्यम, डीएमके, दक्षिण चेन्नई की सांसद, तमिलाची थंगापांडियन, CIPET के महानिदेशक शिशिर सिन्हा, चेन्नई CIPET के मुख्य निदेशक श्री कांत शिराली और कई अन्य लोग उपस्थित थे।