कड़ी सुरक्षा के बीच ईवीएम डिस्पैच
INN/Bhopal, @Infodeaofficial
बिहार विधानसभा की 4 सीट तरारी, रामगढ़, इमामगंज और बेलागंज में उपचुनाव के लिए मतदान कल होना है. इसे लेकर आज कड़ी सुरक्षा के बीच ईवीएम और मतदान कर्मियों को डिस्पैच किया गया. इसे लेकर प्रसाशनिक स्तर पर सारी तैयारी पूरी कर ली गयी है.
बिहार में चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए कल मतदान होना है. इसके लिए आज सभी जिलों से ईवीएम मशीन और मतदान कर्मियों को रवाना किया गया. उपचुनाव बक्सर लोकसभा के अंतर्गत आने वाले रामगढ़, आरा लोकसभा के अंतर्गत आने वाले तरारी और गया के बेलागंज और इमामगंज में होना है. इसमें गया का इमामगंज विधानसभा नक्सल प्रभावित है. यहां के लिए सुरक्षा बलों की स्पेशल और अतिरिक्त तैनाती की गयी है. इमामगंज के पांच मतदान केंद्र के लिए मतदानकर्मियों को हेलिकॉप्टर से भी भेजा गया था.
मतदान करवाने जा रहे कर्मियों को ईवीएम मशीन के साथ मेडिकल कीट भी उपलब्ध कराया जा रहा है. अति नक्सल प्रभावित इमामगंज सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र में 3,15,161 मतदाता 344 मतदान केंद्रों पर जबकि बेलागंज में 2,88,511 मतदाता 304 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. अति नक्सल प्रभावित इमामगंज विधान सभा क्षेत्र में 7 बजे पूर्वाहन से 4 बजे अपराह्न तक तथा बेलागंज में 7 बजे पूर्वाहन से 6 बजे अपराह्न तक मतदाता मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे.
रामगढ़ विधानसभा सीट से लेकर तरारी, बेलागंज और इमामगंज तक, चारों ही सीटों पर फैमिली फाइट हावी है और यहां राजनीतिक दलों से अधिक सियासी परिवारों की साख दांव लगी है. इमामगंज में केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी की बहू और राज्य सरकार में मंत्री संतोष सुमन की पत्नी दीपा मांझी चुनाव में है. जबकि, महागठबंधन ने रौशन मांझी पर दाव लगाया है.
रामगढ़ विधानसभा सीट राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह के इस्तीफे से रिक्त हुई है. सुधाकर सिंह लोकसभा चुनाव में बक्सर सीट से सांसद निर्वाचित हुए थे. सुधाकर के इस्तीफे से रिक्त हुई इस सीट पर उपचुनाव में पार्टी ने उनके ही भाई अजीत सिंह को उम्मीदवार बनाया है. जबकि, बेलागंज में राजद ने सांसद सुरेंद्र यादव के पुत्र विश्वनाथ को टिकट दिया है.
राज्य में होने वाले उपचुनाव में जीतने वाले प्रत्याशी का कार्यकाल केवल एक साल का होगा. राज्य में 2025 के आखिरी में विधानसभा चुनाव होना है. लेकिन ये चुनाव कई प्रत्याशियों के लिए नाक की लड़ा हो गयी है. हालांकि, जीत हार का फैसला कल मतदाता करेंगे.