भारतीय मज़बूती का सशक्त प्रमाण है जी-20 सम्मेलन : अशोक झुनझुनवाला
Ritesh Ranjan, INN/Chennai, @royret
अगर भारत को विश्व गुरु बनाना है तो हमें हर हाल में सीखने और सिखाने के लिए तैयार रखना होगा। चेन्नई स्थित आईआईटी रिसर्च पार्क में जी-20 कॉन्फ्रेंस के पहले दिन इसके निदेशक अशोक झुनझुनवाला ने डीडी न्यूज़ के साथ खास बातचीत में बताया की अगले 20-25 सालों में 140 करोड़ आबादी वाले भारत को अगर संपूर्ण विश्व का नेतृत्व करके पुन: विश्व गुरू बनना है तो निश्चित रूप से हमें अपनी शिक्षा व्यवस्था को भी विश्वस्तरीय बनाना होगा।
इसके लिए हमें अपने साथ-साथ छोटे देशों को भी विकसित करने की आवश्यकता है। हमें अपनी और उनकी दोनों की समस्याओं के समाधान के लिए लिए मिलजुल कर काम करना है।हमारे देश की सभ्यता काफी पुरानी है। हमने अपनी सभ्यता पर कई विदेशी प्रहार झेल चुके हैं। इसके बावजूद भी आज हम मजबूत स्थिति में हैं।
आईआईटी रिसर्च पार्क के लिए यह गौरव की बात है कि हमें इतने बड़े कार्यक्रम की मेजबानी का मौका मिला है। आईआईटी रिसर्च पार्क को हमने बड़ी लगन और विज़न से तैयार किया है। हमारे इस आयोजन से पूरी दुनिया हमारे शैक्षणिक और तकनीकी मज़बूती को देख और समझ पाएगी। निश्चित ही यह आयोजन पूरी दुनिया के सामने हमारे विकसित और मज़बूत तकनीक का सशक्त प्रमाण साबित होगा।
आईआईटी रिसर्च पार्क में 37 हज़ार करोड रुपए की 300 स्टार्टअप कंपनियाँ हैं। इस रिसर्च पार्क से कई सफल स्टार्टअप निकले हैं, इस जी-20 कॉन्फ्रेंस में हमें यहाँ यहाँ से निकलने वाली सफल स्टार्टअप कंपनियों की क्षमता को दुनिया के सामने रखने का अवसर मिलेगा।
इस बार के जी-20 सम्मेलन की सबसे बड़ी ख़ासियत यह है कि जितना हम दूसरे देश से सीखेंगे उससे ज्यादा इस सम्मेलन में भाग लेने वाले बाहरी देशों को हमसे सीखने को मिलेगा।