रेलवे को छोटे व्यापारियों और कारोबारियों के लिए महत्वपूर्ण पार्सल व्यवसाय की वृद्धि पर ध्यान देने की जरूरत है: पीयूष गोयल
INN/New Delhi, @Infodeaofficial
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे के पार्सल व्यवसाय की समीक्षा की। इसमें बोर्ड के सदस्यों के अलावा रेलवे बोर्ड और सेंटर फॉर रेलवे इन्फॉर्मेशन सिस्टम्स (सीआरआईएस) के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
पिछले कुछ महीनों के दौरान भारतीय रेलवे ने अपने पार्सल सेवाओं की ओर अधिक व्यापार आकर्षित करने के लिए कई पहल की हैं। उनमें से कुछ शामिल हैं :
i.) खेत और कृषि-उत्पाद की आवागमन को सुविधाजनक बनाने के लिए किसान रेल ट्रेनों का संचालन
ii.) उन क्षेत्रों में जहां पार्सल वैन और पार्सल ट्रेनें खाली लौटती हैं, उसके लिए छूट प्रदान करना
iii.) एक ट्रेन में 24 पार्सल वैनों में लोडिंग पर छूट
iv.) सभी गुड्स-शेडों को खोलना
v.) पार्सल यातायात के लिए निजी माल भाड़ा टर्मिनल और बगल की निजी रेल लाइन
vi.) बांग्लादेश को निर्यात करने के लिए पार्सल ट्रेन की शुरूआत करना
इन पहलों के अतिरिक्त, भारतीय रेलवे विभिन्न पक्षों के लिए आसानी से पार्सल खेपों को संभालने के लिए डेडिकेटेड पार्सल टर्मिनल्स को विकसित करने की योजना बना रहा है और संगोला (मध्य रेलवे), कचेगुडा (दक्षिण मध्य रेलवे), कोयम्बटूर (दक्षिणी रेलवे) और कांकरिया (पश्चिमी रेलवे) की पहचान पहले ही पायलट परियोजना के लिए किया जा चुका है।
माननीय मंत्री ने किसान ट्रेनों को चलाने के लिए रेलवे के विशेष प्रयासों की सराहना की और कहा कि पार्सल व्यवसाय का विकास बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इन सेवाओं का उपयोग छोटे व्यापारियों और कारोबारियों द्वारा किया जाता है। इसके अलावा पार्सल सेवाओं को ग्राहकों के लिए अधिक सहज बनाने से इन वर्गों को इसका सीधा लाभ मिलेगा।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि रेलवे पार्सल व्यवसाय में तीव्र वृद्धि के लिए लक्ष्य निर्धारित करेगा और इस वांछित वृद्धि को प्राप्त करने के लिए अधिक प्रयासों और नवाचार विचारों की जरूरत है।
माननीय मंत्री ने इसका निर्देश दिया कि एलएचबी पार्सल वैनों के उत्पादन में वृद्धि के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं और ई-भुगतान एवं डिजिटल भुगतान सुविधाओं की शुरूआत की जाए। इसके अलावा उन्होंने उत्तर-पूर्वी क्षेत्र और पहाड़ी राज्यों से आवागमन की सुविधा और बंदरगाहों की ओर जाने वाले निर्यात संबंधी यातायात को आकर्षित करने के लिए पर्याप्त कदम उठाने के निर्देश दिए।
माननीय मंत्री ने कहा कि पार्सल स्पेशल ट्रेनों को तय समय पर जरूर चलाया जाना चाहिए, जिससे इन सेवाओं के उपयोग को लेकर ग्राहकों के भीतर विश्वास पैदा हो सके।