डा. आर.बी. चौधरी, आईएनएन/चेन्नई, @Infodeaofficial
“फ्रीलांस मुस्लिम लीगल एंड इंटेलेक्चुअल ग्रुप “- अपने एक सहयोगी सामाजिक संस्था -“मुस्लिम राष्ट्रीय मंच” के सहयोग से कश्मीर से अनुच्छेद 370 व 35 – ए हटाने के मामले पर एक जन चेतना अभियान चलाने वाले एवं सुप्रीम कोर्ट के चर्चित अधिवक्ता , शीराज़ कुरैशी ने आज यह बताया कि इस अभियान को पूरा करने के बादअब श्वेत पत्र जारी करने का कार्य किया जा रहा है।
साथ ही साथ हस्ताक्षर अभियान भी चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आमतौर पर एक ऐसे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मुद्दे अक्सर नजरअंदाज किया जाता रहा है और मुसलमानों को नेताओं द्वारा हमेशा कंफ्यूज किया जाता रहा हैं।
जिसका सीधा असर कश्मीर के साथ साथ जम्मू सहित नार्थ ईस्ट के कई राज्यों पर पड़ा और आर्थिक विकास को कोई गति नहीं मिल पाई। सीआईडी में लिया गया है कि श्वेत पत्रजारी करके घोषणा एवं प्रस्तावपर हस्ताक्षर करने के लिए अभियान चलाया जाएगा जिसका कार्यबड़ी तेजी के साथ चल रहा है।
कुरैशी ने बताया कि इस विषय में अब तक के कन्फ्यूजन और दोहरे मापदंड से निजात पाने की परम आवश्यकता है।कुरैशी ने जोर देकर कहा कि कश्मीर से धारा 370 व 35 – ए हटाया जाना चाहिए और इसके अलावा अब कोई रास्ता नहीं है। कार्य को पूरा न होने के कारण जम्मू और कश्मीर का विकास पूरी तरह अवरुद्ध है। वहां की आवाम विवादों और पिछड़ापन का शिकार है।
गरीबी और अज्ञानता से पीड़ित देश का यह भूभाग राष्ट्रीय मुख्य धारा से अलग है। हालत ऐसी है कि देश की योजनाएं न तो ठीक से चलाई जा सकती है और न ही कोई निवेशक खुशी- खुशी उद्योग धंधे लगाना चाहता है। उन्होंने कहा कि किसी भी समाज में शिक्षा और गरीबी वहां के विकास की बहुत बड़ी अड़चन होती है।
यही हाल है कश्मीर का। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के लोगों की जन भावना का असर देश के अन्य भाग में रहने वाले मुसलमानों पर पड़ता है और देश भर में इसका नकारात्मक संदेश जाता है। यही कारण है कि देश भर के मुस्लिम बुद्धिजीवियों,कलाकारों एवं अन्य जागरूक लोगों से मिलकर सहमति प्राप्त करनेका कार्य किया जा रहा है। चुनाव बाद इस मिशन को पूरा करने निश्चय किया गया है।
इस जन चेतना अभियान की रूप-रेखा का विवरण बताते हुए कहा उन्होंने कहा कि अब तक 17 राज्यों के 25 शहरों के प्रबुद्ध मुस्लिम समुदाय के लोकप्रिय प्रतिनिधियों से वार्तालाप हो चुकी है। चारों ओर से इस ग्रुप को भारी समर्थन मिला है।
ग्रुप घूम – घूम कर भारतीय मुस्लिम समाज द्वारा देश की आजादी में दी गई कुर्बानी,सामाजिक सद्भाव के यशस्वी इतिहास और भारत के लोकतांत्रिक प्रतिबद्धता को याद दिलाया और अवगत कराया कि कि भारत का हर मुस्लिम नागरिक आज से नहीं बल्कि ऐतिहासिक काल से अपने राष्ट्र के प्रति वफादार है।
इसी दौरान पूरे देश भर में सहमति बनाने के लिए हस्ताक्षर अभियान भी चलाया जाएगा और यह अवगत कराया जाएगा कि इस अभियान में भारत के मुस्लिम और हिंदू समुदाय सभी का बहुत बड़ा समर्थन है। इसका मूल लक्ष्य यह है कि भारत का अभिन्न अंग जम्मू – कश्मीर तथा वहां की आवाम को किल्लत की जिंदगी से मुक्त कराकर देश की अस्मिता ,अखंडता और सौहार्द बनाए रखते हुए सभी का साथ- सभी का विकास का लक्ष्य लेकर सभी को गौरवशाली जिंदगी जीने का हक मिल सकें।
हम भारत के लोग वास्तव में बहुत ही खुशकिस्मत है कि हम उस देश मे रहते हे जहाॅ पर संविधान ने हमे एक धागे में पिरो कर समान नागरिक अधिकारो का तौहफा दिया है और हम विभिन्न भाषा, रहन सहन और खान पान के होते हुये भी एकता के सूत्र में बंधे है और कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी और राजस्थान से ले कर पूर्वोत्तर तक संपूर्ण भारत एक है।
हम सभी एक विधान और एक झण्डे के नीचे ही रहते हे और शक्तीशाली और विकसित भारत बनाने के लिये सतत प्रयासरत रहते है मगर संविधान के प्रावधान अनुच्छेद 370 और 35-ए कश्मीर को अलग राज्य का दर्जा प्रदान करके संविधान की मूल भावना के विपरीत हे जहाॅ पर हमे समान नागरिक का दर्जा दिया गया है। घोषणा पत्र पर साइन करने और अधिक जानकारी के लिए https://docs.google.com/
इन प्रावधानो से कश्मीर की आवाम को तरक्की, रोजगार, तालीम, तंदरूस्ती, तिजारत से दूर रखा गया है जिसके चलते कश्मीर में कोई भी बडा उधोग, प्रतिष्ठित शिक्षा संस्थान, स्वास्थ्य सेवायें स्थापित नही हो पा रहे है जिससे कश्मीर की आवाम का ही बडा नुकसान हो रहा है।
लिहाजा में कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35-ए को हटाने का प्रस्ताव रखता हू जिससे कश्मीर में भी विकास और तरक्की हो कर कश्मीर के लोगो को तिजारत तालीम और ईलाज के लिये कश्मीर से बाहर जाने के लिये मजबूर नही होना पडे और हम एक ताकतवर और विकसित देश के रूप में विश्व में स्थापित हो।
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