समय आ गया है जब हमारे एवीजीसी विशेषज्ञों को भारतीय फिल्मों के लिए काम करना चाहिए
INN/New Delhi, @Infodeaofficial
केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने आज सीआईआई बिग पिक्चर समिट को संबोधित किया। अपने संदेश में जावडेकर ने बिग पिक्चर समिट आयोजित करने के लिए सीआईआई की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, ‘‘हम वह देश हैं जहां प्रौद्योगिकी की प्रगति अद्भुत है।
यह मनोरंजन और मीडिया उद्योग को जबरदस्त अवसर मुहैया कराती है।’’ मंत्री ने कहा, ‘‘एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग एंड कॉमिक (एवीजीसी) एक बढ़ता हुआ क्षेत्र है और हमारे विशेषज्ञ विश्व के श्रेष्ठ फिल्मकारों को अप्रत्यक्ष तौर पर सहयोग कर रहे हैं।’ ’उन्होंने कहा कि समय आ गया है जब इन विशेषज्ञों को हमारी अपनी फिल्मों के लिए काम करना चाहिए, ताकि भारतीय फिल्मों में एनीमेशन और ग्राफिक्स का इस्तेमाल कई गुना ज्यादा हो सके।
जावडेकर ने घोषणा की कि सरकार भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बम्बई के सहयोग से एक उत्कृष्टता संस्थान बना रही है जहांएवीजीसी के पाठ्यक्रम मुहैया कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, यह केन्द्र उद्यमिता के विकास की पहल करेगा और इस क्षेत्र में स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करेगा।
जावडेकर ने कार्यक्रम में शामिल अतिथियों को गोवा में जनवरी 2021 में होने वाले 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्मोत्सव में शामिल होने का न्यौता भी दिया। उन्होंने घोषणा की कि 2022 में कान्स फिल्मोत्सव के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर भारत कान्स में अपना एक विशेष पवेलियन स्थापित करेगा। उन्होंने यह घोषणा भी की कि भारत अगले साल वैश्विक मीडिया एवं फिल्म समिट आयोजित करेगा।
इस अवसर पर अपने संबोधन में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में सचिव अमित खरे ने कहा कि नवम्बर में अलोकेशन ऑफ बिजनेस रूल्स में किए गए संशोधन का उद्देश्य सभी प्रकार के विषयों को एक स्थान पर लाना था जैसे कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय अपना मंच किसी और स्थान पर रखे और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय किसी अन्य स्थान पर– इन्हें एक साथ लाना।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा निभाई गई भूमिका के बारे में खरे ने कहा कि इस क्षेत्र में सरकार की भूमिका समन्वयक की है। उन्होंने कहा कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का प्रभाव अन्य मंत्रालयों की तुलना में बहुत अधिक है और ऐसा सिर्फ निजी क्षेत्र की वजह से है। उन्होंने कहा कि देश में सभी तरह की फिल्मों का निर्माण निजी क्षेत्र द्वारा किया जाता है। प्रसार भारती के अलावा, सभी चैनल निजी हैं और ओटीटी क्षेत्र भी पूरी तरह निजी है।
खरे ने कहा कि मीडिया और मनोरंजन उद्योग ने काफी तरक्की की है और हमें इस उद्योग की सहायता करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि महामारी ने शैक्षिक प्रौद्योगिकी और गेमिंग जैसे नए आयाम खोले हैं और उनमें अपनी विशेषज्ञता बाहर भेजने की पर्याप्त क्षमता है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 भारत की स्वाधीनता का 75वां वर्ष होगा। इस अवसर पर देश के भीतर और बाहर कई समारोह आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने फिल्म उद्योग को आमंत्रित किया कि वह भारत की सॉफ्ट पावर को मीडिया और मनोरंजन के जरिए प्रदर्शित करने में सहयोग करे। खरे ने इस समिट के सभी भागीदारों को 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्मोत्सव में भी शामिल होने का न्यौता दिया, जो हाइब्रिड मोड में आयोजित किया जाएगा।
प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शशि शेखर वेम्पति ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान जनता को जागरूक करने के लिए विभिन्न चैनलों ने इस सार्वजनिक प्रसारक के निर्देशन में कार्यक्रम तैयार किए। इन्हीं प्रयासों की वजह से इस अवधि के दौरान दूरदर्शन श्रेष्ठ सामाजिक विज्ञापन प्रसारकोंमें से एक के तौर पर उभरा।
रामायणऔर महाभारत जैसे धारावाहिकों के प्रसारण के जरिए दूरदर्शन ने इस बात को रेखांकित किया कि पारिवारिक धारावाहिकों के लिए अभी भी पर्याप्त दर्शक मौजूद हैं। वेम्पति ने कहा कि डीडी निशुल्क डिश जैसी पहल विश्व के लिए पथ प्रदर्शक साबित होगी। इसी तरह 5जी जैसी उभरती प्रौद्योगिकियां प्रसारण को स्मार्ट फोन तक ले जाने का अवसर मुहैया कराएंगी और भारत के स्टार्टअप इस अवसर का इस्तेमाल कर सकेंगे।
बिग पिक्चर समिट एक महत्वपूर्ण समिट है और मीडिया तथा मनोरंजन उद्योग को नेतृत्व प्रदान करने वाला मंच है। यह मीडिया और मनोरंजन उद्योग के सभी हितधारकों को एक साथ लाता है और उद्योग के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के विशेषज्ञों को एक मंच पर लाकर ऐसे समय में प्रगति के रास्ते तलाशने में मदद करता है जब डिजिटल अंतरण, प्रौद्योगिकियों के सम्मिश्रण और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस उद्योग के नियमों में बदलाव ला रहे हैं।
सीआईआई 16-18 दिसम्बर, 2020 को डिजिटल मंच पर सीआईआई बिग पिक्चर समिट का आयोजन कर रहा है। इसमें कई सत्र होंगे जिनमें समूचे मीडिया और मनोरंजन जगत से लेखक, प्रसारक, खरीदार, स्टूडियो, प्रोडक्शन कंपनियां, प्रकाशक, वितरकऔर डेवलपर्स हिस्सा लेंगे।