आईएनएन/चेन्नई, @Infodeaofficial
हिंदी में कामकाज करना तभी सहज हो पाएगा जब हम हिंदी को दैनिक जीवन में बोलचाल व व्यवहार में लाएगें। दक्षिण में काम करते हुए मुझे इस बात का अहसास हुआ है कि हिंदी की कम जानकारी के कारण लोग इससे बचना चाहते हैं जबकि यह भाषा काफी सरल है।
बुधवार को चेन्नई में आयोजित नराकास (उपक्रम) की बैठक को संबोधित करते हुए फुड कारपोरेशन ऑफ इंडिया (एफसीआई) के और नराकास (उपक्रम) के अध्यक्ष आरडी नजीम ने यह कहा। इस बैठक का प्रायोजन चेन्नई पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने किया।
इस मौके पर आर. डी. नज़ीम ने हिंदी कार्यान्वन में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले उपक्रम कार्यालयों को राजभाषा शील्ड प्रदान किया और सभी कार्यालय प्रधानों को हिंदी कार्यान्वयन के लिए प्रशंसा भी की। उन्होने सभी को इसी तरह हिंदी में सुचारू रूप से कार्य करने पर ज़ोर देने को कहा।
के.पी. शर्मा, उप निदेशक (कार्यान्वन), कोच्ची ने उपक्रम कार्यालयों के अद्र्धवार्षिक रिपोर्ट की समीक्षा कर, बेहतर कार्य निष्पानदन करने वाले कार्यालयों की प्रशंसा की और निर्धारित लक्ष्य से कम हिंदी कार्य करने वाले कार्यालयों को शीघ्र ही लक्ष्य पूरा करने को कहा।
भरत भूषण दास, महाप्रबंधक(राजभाषा), यूनाइटेड इंश्योरेंस इंडिया लिमिटेड ने अपने संबोधन में सभी हिंदी के कार्य को सुरूचिपूर्वक करने पर बल दिया और कहा कि हमें एक साथ मिलकर हिंदी के कार्य को आगे बढ़ाना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान बि. ओ. माहेश्वोरप्पाह, सदस्यइ सचिव, नराकास(उपक्रम) ने सभी वरिष्ठय अधिकारियों एवं कार्मिकों का गर्मजोशी से स्वागत किया। साथ ही सभी सदस्यय कार्यालयों को उनके सहयोग के लिए उनको धन्ययवाद भी दिया।
इस मौके पर सेल्वी पार्थिबन, सहायक महाप्रबंधक (हिंदी/नराकास), एफसीआई, पी. वासुकी शे_ी, राजभाषा अधिकारी, एचपीसीएल, एल. रमेश, राजभाषा अधिकारी, सीपीसीएल समेत कई अन्य लोग उपस्थित थे।
Leave a Reply