दक्षिण रेलवे मुख्यालय में राजभाषा उत्सव के पुरस्कार वितरण समारोह के अवसर पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कवि सम्मेलन में यह कवितापाठ दक्षिण रेलवे महिला कल्याण संगठन की अध्यक्ष मानसी कुलश्रेष्ठ ने किया।
आईएनएन/चेन्नई, @Infodeaofficial
मानसी कुलश्रेष्ठ ने जब अपनी कविता ‘आज का महाभारत’ और हास्य कविता ‘डॉक्टर और पेशेंट’ सुनाई तो श्रोता वाह- वाह कर उठे। इन कविताओं ने दर्शकों का मन मोह लिया और दर्शकों की तालियों से पूरा हॉल गुंज उठा।
इस कवि सम्मेलन में स्थानीय कवि रमेश गुप्त नीरद, मि_ू मिठास प्रहलाद श्रीमाली और ईश्वर ‘करुण’ के अतिरिक्त बंगलुरु के कवि जनार्दन पांडेय प्रचंड ने भाग लिया। दक्षिण रेलवे के मुख्य सतर्कता अधिकारी एवं वरिष्ठ उप महाप्रबंधक श्री ज्योति प्रकाश पांडेय, उप मुख्य सुरक्षा आयुक्त श्री अखिलेश चंद्र एवं उप महाप्रबंधक राजभाषा डॉ.दीनानाथ सिंह ने भी इस कवि सम्मेलन में अपनी- अपनी कविताओं का पाठ किया।
रमेश गुप्त नीरद ने अपने चिर परिचित अंदाज में अपनी कविताओं को सुनाया। प्रह्लाद श्रीमाली और मि मिठास की हास्य कविताएं ऑडिटोरियम में उपस्थित अधिकारियों- कर्मचारियों को खूब भायीं। ज्योति प्रकाश पांडेय की सामाजिक विषमता की कविता ने खूब वाह-वाही लूटी। इसी तरह अखिलेश चंद्र की विदेश प्रवास के दौरान लिखी गई कविता उपस्थित अधिकारियों कर्मचारियों को गांव और प्रकृति का दर्शन कराने में सफल रही तो दीनानाथ सिंह की हास्य कविता भी लोगों को गुदगुदा गई। बंगलुरु के कवि प्रचंड की सैनिकों के शौर्य और वीर रस की कविताओं पर बार बार तालियाँ बजती रहीं । मंच का संचालन श्री ईश्वर करुण ने किया और अपनी कविताओं से दर्शकों का दिल जीत लिया
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