विष्णु शर्मा, आईएनएन/चेन्नई,@Svs037
इंटेग्रल कोच फैक्ट्रि (आईसीएफ) में अब ट्रेन-18 की तर्ज पर स्लीपर वर्जन वाला ट्रेन-19 भी तैयार किया जाएगा। जिसे इस साल ही तैयार कर लांच कर दिया जाएगा। यह कहना है रेलवे बोर्ड (रोलिंग स्टॉक) के सदस्य राजेश अग्रवाल का। हाल ही में आईसीएफ के दौरान उनकी मौजूदगी में आईसीएफ द्वारा तैयार किए गए 60,000वें कोच को रवाना किया।
आईसीएफ के वरिष्ठ कर्मचारी के. वेंकटेश्वरलु कोच जो कि निरिक्षण कर है उसे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। आईसीएफ चेन्नई के लिए 21 मई एक एतिहासिक दिन था।
इस मौके मीडिया से मुखातिब होते हुए राजेश अग्रवाल ने कहा कि यह ट्रेन-19 राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन की ट्रैक पर चलेगी। उन्होंने बताया कि ट्रेन-18 ने लोगों में कम समय में काफी लोकप्रियता बटोरी है। यही कारण है कि हम ट्रेन-19 सेवा को शुरू करने के बारे में विचार कर रहे हैं। निकट भविष्य में 40 एसे ट्रेनों को आईसीफ में तैयार किया जाएगा।
वहीं सुरक्षा के लिहाज से और जानवरों के ट्रेन से टकराने पर उसकी डिजाइन में कोई बिगाड़ न आए इसलिए चालक के केबिन के बाहर केबिन क्रैश गार्ड लगाया जाएगा।
विदेशों में भी लोकप्रिय हुई ट्रेन18
आईसीएफ द्वारा निर्मित ट्रेन-18 के बारे में विदेशों में बढ़ती रुचि का जिक्र करते हुए राजेश अग्रवाल ने कहा वंदे भारत का परिचालन शुरू होने के बाद विदेशों से आने वाले पर्यटक इसकी काफी तारीफ कर रहे हैं। यही नहीं कई देशों के प्रतिनिधियों ने भी इस ट्रेन से सफर किया और वे चाहते हैं कि वहां भी इस प्रकार की सुविधा हो। दक्षिण-पूर्वी एशिया और दक्षिणी अमेरिका ने ऐसी सेमी हाई स्पीड ट्रेन आयात करने की इच्छा जताई है।
उन्होंने बताया कि भारतीय रेल की जरूरतों को पूरा करने के बाद ही हम विदेशों में इसके निर्यात पर विचार करेंगे। वहीं आधारभूत सुविधाओं के विस्तार पर अग्रवाल ने कहा कि देशभर में कोच निर्माण इकाई पर खर्च होने वाले 2,500 करोड़ रुपए में से 500 करोड़ रुपए केवल आईसीएफ पर ही खर्च होंगे। वहीं स्टैंडर्ड गेज पर मेट्रो कोच के निर्माण के बारे मेें उन्होंने जानकारी दी कि इसके लिए राज्य सरकार और आवास एवं शहरी मामलात मंत्रालय से बातचीत की जा रही है। गौरतलब है कि आईसीएफ ने 90 के दशक में मेट्रो कोच का निर्माण किया था।
लातूर में इस साल तैयार हो जाएगी कोच फैक्ट्री
अग्रवाल ने बताया कि महाराष्ट्र के लातूर में एक और रेल निर्माण कारखाना तैयार हो रहा है जो इस साल ही शुरू हो जाएगा। जब उनसे उपनगरीय ट्रेन में एयर कंडीशनर कोच लगाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जल्द ही ऐसे 12 रैक तैयार कर रवाना किए जाएंगे।
जहां तकं दक्षिण रेलवे की बात है इस मुद्दे पर बोर्ड स्तर पर चर्चा के बाद ही निर्णय लिया जाएगा। आईसीएफ के लिए गर्व की बात है कि वर्ष 2018-19 में फैक्ट्री से 3262 कोच तैयार कर रवाना किए गए, जिसके बाद आईसीएफ विश्वभर में सबसे बड़ी उत्पादक कंपनी बनकर उभरी है।
इस मौके पर राजेश अग्रवाल ने एंटी टेरेरिज्म डे पर आईसीएफ के कर्मियों को प्रतिज्ञा दिलाई। उसके बाद उन्होंने आईसीएफ के मेधावी कर्मियों को सम्मानित किया और आईसीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।
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