आईएनएन/चेन्नई, @Infodeaofficial
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास में प्रिप्लेसमेंट 88 प्रतिशत बढ़ा है। इसका श्रेय इंटर्नशिप प्रोगराम को जाता है। इंटर्नशिप प्रोगराम से संस्थान के विद्यार्थियों को खासा लाभ पहुंचाया है।
इस इंटर्नशिप कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों को विभिन्न कंपनियों के साथ काम करने और सीखने का मौका मिलता हैै। इससे विद्यार्थियों को न केवल कंपनियों के माहौल व काम करने के तरीके को समझने का मौका मिलता है। इस इंटर्नशिप का सीधा असर प्रि प्लेसमेंट ऑफर के माध्यम से दिख रहा है।
वर्ष 2015—16 की तुलना में प्रीप्लेसमेंट लगभग दुगना हो गया है, जिसमें 69 विद्थार्थियों को प्लेसमेंट आॅफर मिला था। इस साल यह संख्या 130 हो गई है। पिछले साल यह संख्या 114 थी। इसमें मैनेजमेंट स्टडीज के विद्यार्थी शामिल नहीं है।
आईआईटी मद्रास के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट एडवाइजर मनु संतानम का कहना है कि यह बढ़ोतरी पीपीओ के बढऩे से हुई है। उनका कहना है यह आफर ज्यादातर कोर कंपनियां से विद्यार्थियों को मिल रही है। ये कंपनियां ही इटर्नशिप के लिए इर्टनशिप ऑफर कर रही हैं।
इनमें से अघिकांश ऑफर कोर, शोध और विकास क्षेत्र से आ रहे हैं, जो कि 61 प्रतिशत के लगभग है। कुआलकोम कंपनी ने विद्यार्थियों को 19 ऑफर, सैमसंग रिसर्च ने 16, माइक्रोसॉफ्ट ने 9, गोल्डमैन सैच्स 8 और आईटीसी ने 7 ऑफर दिए हैं।
मैनेजमेंट स्टडीज के विद्यार्थियों को 22 ऑफर मिले हैं। इन विद्यार्थियों को इंटर्नशिप एसेंचर, वीआईपी इंडस्ट्री, डेल, फोर्ड, आमेजन, आईबीएम, टाइगर एनालाइटिक्स, रोयाल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड, व्रिपो एंड फ्रेश वर्क कंपनी से इंटर्नशिप के ऑफर मिले हैं। संतानम का कहना है कि आने वाले दिनों में प्रीप्लेसमेंट की संख्या में बढ़ौतरी देखी जा सकती है।
आईआईटी के छात्र मानस ठाकुर का कहना है कि इर्टनशिप के दौरान कंपनी और विद्यार्थी के बीच एक सीधा संवाद होता है। ऐसे में कंपनी के माहौल में विद्यार्थी कैसे रम जाते है और वह किस प्रकार काम करता है। यही कारण है कि कंपनियां इन विद्यार्थियों को प्लेसमेंट का ऑफर दिया जाता है।
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