जोधपुर में कांगो फीवर से एक महिला की मौत
INN/Jaypur, @Infodeaofficial
राजस्थान के जोधपुर में कांगो फीवर का एक मामला सामने आया है। कांगो फीवर से पीड़ित महिला की मौत हो चुकी है। जोधपुर के बनाड़ क्षेत्र के नादंडा कल्ला गांव की 51 वर्षीय एक महिला कुछ दिन पहले हल्के बुखार के बाद तबीयत ज्यादा बिगड़ गई तो परिवार द्वारा उसे उपचार के लिए अहमदाबाद ले जाया गया। जहां पर उसका उपचार के दौरान निधन हो गया।
परिजनों ने निधन के बाद अहमदाबाद से जोधपुर अपने गांव लाकर महिला के शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया लेकिन अब महिला एक जांच की रिपोर्ट अहमदाबाद से आने के बाद जोधपुर के स्वास्थ्य विभाग महकमे में हड़कंप मच गया। महिला के खून की जांच में कांगो वायरस होना पाया गया है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग एक्टिव मोड पर आ चुका है और महिला के निवास स्थान के आसपास की क्षेत्र लोगों का खून का सैंपल जांच के लिए एकत्र किया जा रहा है।
कांगो वायरस एक विषाणु जनित रोग है यह बीमारी हिमोरल नामक परजीवी से फैलती है। यह बीमारी पालतू पशुओं की चमड़ी में पाए जाते हैं। इनके संपर्क में आने वाले लोग सामान्यतः इसकी चपेट में आ जाते हैं ज्यादातर केसेस में इससे पीड़ित मरीजों की मौत हो जाती है।
इसके लक्षणों की बात करें तो तेज बुखार के साथ में आंखों में जलन, रोशनी से डर, चक्कर आना, हाथों और पैरों के मांसपेशियों में दर्द, उल्टी आना, गला बैठ जाना जैसी लक्षण देखने को मिलते हैं। डेंगू की तरह इसमें भी रक्त में प्लेट्स घटने लगती है सामान्यत यह अफ्रीका देश में पाया जाने वाला वायरस है।
2014 और 2019 में भी जोधपुर में कांगो वायरस के मामले देखने को मिले थे 2014 में एक निजी अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ को क्रीमियन कांगो हेमोरेजिक फीवर पाया गया था। नर्सिंग स्टाफ की इस वायरस से मौत हो गई थी 2019 में भी तीन बच्चों में इसके लक्षण देखे गए थे। एम्स में दो रोगियों की मौत 2019 में हो गई थी अब 2019 के बाद 2024 में यह पहला मामला सामने आया है। इसकी गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है।
मृतक महिला में कांगो फीवर की पुष्टि होने के बाद चिकित्सा विभाग के डिप्टी सीएमएचओ डॉ प्रीतमसिंह सांखला व पशुपालन विभाग के अधिकारी महिला के निवास पर पहुंचे और मौके पर सैंपल एकत्रित किए गए हैं। इसके अलावा मृतक महिला के संपर्क में आने वाले लोगों की सूची बनाई जा रही है जो आगामी 15 दिन तक सर्विलेंस पर रहेंगे।
बनाड़ क्षेत्र के नांदड़ा कला निवासी 51 वर्षीय सुमेर कंवर नामक महिला की तबीयत गत 30 अक्टूबर को बिगड़ी थी। जिसके बाद उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया लेकिन स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ तो उसे मथुरादास माथुर अस्पताल रेफर किया गया। वहां पर भी जब उसकी स्थिति बिगड़ती चली गई तो उसे 5 अक्टूबर को अहमदाबाद ले जाया गया। जहां 8 अक्टूबर को सुबह 3:00 बजे इलाज के दौरान इस महिला की मौत हो गई।
जोधपुर चिकित्सा विभाग की टीम को कांगो वायरस की जानकारी मिली चिकित्सा विभाग की टीम हरकत में आई और तुरंत महिला के निवास पर पहुंची। जहां उसके साथ रहने वाले सभी परिजनों के सैंपल कलेक्ट किए गए। इसके अलावा मृतक महिला के घर में करीब 10 पशु पाल रखे थे उनके भी सैंपल लिए गए। गायों के शरीर पर चिपके हुए टिक्स के भी सेम्पल भी लिए गए। फिलहाल मृतक महिला के परिजन, निजी अस्पताल के इलाज करने वाले कर्मचारी, एमडीएम के इलाज करने वाले कर्मचारी और अहमदाबाद में इलाज करने वाले सभी कर्मचारियों की सूची बनाई गई है जो आगामी 15 दिन तक सर्विलांस पर रहेंगे। चिकित्सा विभाग की टीम प्रतिदिन उनके स्वास्थ्य संबंधी जानकारी एकत्रित करेगी।