जमालपुर रेल कारखाने का ऐतिहासिक कार्य

जीवन रक्षक वेंटिलेटर रोबोटिक ट्रॉली की तैयार

Ritesh Ranjan, INN/New Delhi, @royret

महामारी के इस दौर में रेलवे की ओर से हर संभव मदद मुहैया कराई जा रही है। पिछले साल महामारी के दौरान रेलवे के विभिन्न कोच निर्माण कारखानों में आइसोलेशन को तैयार किया गया तो वहीं कुछ ऐसे कारखाने भी हैं जिन्होंने इससे इतर स्वयं कुछ ऐसे काम किए जो कि तारीफ के काबिल है। इसी प्रयास में जमालपुर रेल कारखाना ने भी एक ऐतिहासिक कार्य किया है। 2020 में वर्कशॉप के टीसीएस ने जीवन रक्षक वेंटिलेटर हार्ट संजीवनी नामक रोबोटिक ट्रॉली तैयार की। प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्य कारखाना प्रबंधक विजय और उप मुख्य यांत्रिक अभियंता (प्रोडक्शन) प्रेम प्रकाश की अगुवाई में यह उपकरण तैयार किए गए।

पूर्व रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि कारखाने में जो पेंट लेते तैयार किया गया था उस पर अभी और काम किया जा रहा है और उसे और बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। जैसे ही यह कार्य पूरा हो जाएगा उसे आईसीएमआर भेजा जाएगा। जहां उसका परीक्षण किया जाएगा और ऐसे ही इसकी अनुमति मिलेगी उसे व्यवसायिक रूप से तैयार करने लगा जाएगा।

कारखाना के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक इसे तैयार करने में 14 कर्मियों को 7 से 10 दिन का समय लगा। उनके अनुसार अभी देश में जो हालात हैं वैसे में हमने सोचा कि मेक इन इंडिया के तर्ज पर वेंटिलेटर का निर्माण किया जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान बचाई जा सके। लेकिन उन्हें एक बात की आशंका काफी परेशान कर रही है कि देश में ऐसे प्रशिक्षित वेंटिलेटर ऑपरेटर की कमी है जो इन वेंटीलेटर को ऑपरेट कर सकें। इसलिए जरूरी है कि केंद्र और राज्य सरकार अपने स्वास्थ्य कर्मियों को वेंटिलेटर ऑपरेट करने का प्रशिक्षण दें।

बनाई रोबोटिक ट्राली

वही कोविड-19 स्वास्थ्य कर्मियों को ह्यूमन टच से दूर करने के लिए एक रोबोटिक ट्रॉली तैयार की गई है जो रिमोट द्वारा संचालित होती है। इस रिमोट ट्रॉली का रेंज 20 मीटर है। कोरोना संक्रमित उनके इलाज के दौरान देशभर में काफी संख्या में डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित हो रहे हैं। ऐसे में यह रोबोटिक ट्रॉली काफी कारगर साबित होगा। ट्रॉली की मदद से डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मी 20 मीटर की दूरी से संक्रमित रोगियों की देखभाल कर सकेंगे।

ट्रॉली के माध्यम से मरीजों तक दवा और भोजन पहुंचाया जा सकेगा। यह ट्राली डिलीवरी, ऑब्जर्वेंस, आर्केस्ट्रेटेड हॉट टेलीकम्युनिकेशन की तर्ज पर काम करेगा। ट्रॉली में लगे कैमरे की मदद से स्वास्थ्य कर्मी मरीजों से बात कर पाएंगे। ट्रॉली के सामने 360 डिग्री घूमने वाला कैमरा लगा है जो एंड्राइड मोबाइल कैमरे से जुड़ा होगा। इसी के सहारे स्वास्थ्य कर्मी ट्रॉली को नियंत्रित कर सकेंगे और मरीजों से संवाद स्थापित कर सकेंगे।

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