कोविड-19 वैक्सिन का ड्राइ रन शनिवार से शुरू
विक्रम जैन, आईएनएन/आंध्रा प्रदेश, @Jainvikaram18
आंध्र प्रदेश के 13 जिलों में कोविड-19 वैक्सिन का ड्राइ रन शनिवार से शुरू हुआ। ड्राइ रन का मुख्य उद्देश्य वैक्सिन की टेस्टिंग के साथ उसके क्रियान्वयन की जानकारी लेना है। यह वैक्सिन हर एक अंतराल के बाद दिया जाएगा। आंध्र प्रदेश के 13 जिलों में ड्राइ रन से वैक्सिन की उपयोगिता परखी जाएगी। इस विशेष ग्रुप इलेक्ट्रानिक एप्लीकेशन, को-विन के तौर इस्तेमाल किया जाएगा।
प्रदेश के चार जिलों को ड्राइ रन के अंतर्गत चुना गया था। इसमें कृष्णा जिला शामिल था। कृष्णा जिले में 28 दिसंबर को को-वैक्सिन का ड्राइ रन लिया गया। को वैक्सिन के ड्राइ रन का मुख्य उद्देश्य ऑपरेशनल दिशा-निर्देशों के मुताबिक इस्तेमाल करना है। को विन का उपयोग करनेवाले को जरूरी सभी सुविधा उपलब्ध की जाएगी। ड्राइ रन के दौरान सेशन बनाया जाएगा और स्थानों की मैपिंग की जाएगी। हेल्थ केयर वर्कर के लाभार्थी का डाटा को-विन पर अपलोड किया जाएगा।
को-विन का उपयोग कर जिले में वैक्सिन उपलब्ध किया जाएगा। को-विन की जगह पर टीम मेंबरों की नियुक्ती की जाएगी। आपको बता दें कि वैक्सिन एक जगह से दूसरे जगह ले जाने जरूरी व्यवस्था की जाएगी। लाभार्थी को मॉक ड्रिल के अंतर्गत वैक्सिन दिया जाएगा और समय समय पर उसकी जांच होती रहेगी। ड्राइ रन के बाद ब्लॉक में प्रदेश और जिला स्तर पर समीक्षा होगी।
कोविड -19 टीकाकरण ड्राई रन का आयोजन शनिवार को देश भर में किया गया। ड्राई रन आंध्र प्रदेश के प्रत्येक जिले में तीन स्थानों पर आयोजित किया जाएगा। उनमें एक शिक्षण या एक जिला अस्पताल, एक आउटरीच सेशन साइट और एक निजी सुविधा शामिल है। दो दिवसीय ड्राई रन की तरह, राज्य भर के 39 स्थानों में से प्रत्येक में 25 लाभार्थियों (स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं) को डमी वैक्सीन दी जाएगी।
28 और 29 दिसंबर को कृष्णा जिले में इस तरह की कवायद पायलट आधार पर की गई थी। राज्य के सभी 13 जिलों में कलेक्टरों की अध्यक्षता में गुरुवार को कोविद टीकाकरण ड्राई रन की व्यवस्था की समीक्षा की गई।
राज्य में 39 स्थलों पर कोविद -19 वैक्सीन ड्राई रन
ड्राई रन के लिए केंद्र और डब्ल्यूएचओ के दिशानिर्देशों के अनुसार सभी व्यवस्थाएं की गई हैं। 25 स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को उनके टाइम स्लॉट का भेजे गए संदेश के अनुसार सेशन स्थल का पहुँचने को कहा गया। पहला टीकाकरण अधिकारी सूची में शामिल लोगों के साथ लाभार्थियों के नामों की जांच करेगा, इसके बाद दूसरे अधिकारी ने अपने विवरण दर्ज करने और पार करने के लिए को विन ऐप का उपयोग किया।
लाभार्थियों को डमी वैक्सीन दी जाएगी और डेटा कोविन ऐप में दर्ज किया जाएगा।
तीसरे और चौथे टीकाकरण अधिकारी भीड़ का प्रबंधन करेंगे, इंटर प्रोसेस कम्युनिकेशन मैसेजिंग करेंगे और जब भी जरूरत होगी टीकाकारों का समर्थन करेंगे। प्रत्येक लाभार्थी को टीकाकरण के बाद अनिवार्य 30 मिनट की अवधि के लिए निगरानी में रखा जाएगा। दूसरा टीकाकरण अधिकारी राज्य के 39 स्थानों में से प्रत्येक में कविन ऐप में टीकाकरण (AEFI) के बाद कम से कम दो से तीन प्रतिकूल घटनाओं की रिपोर्ट करेगा।
इसी दौरान आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिला कलेक्टर चक्रधर बाबू ने इस ड्राई रन को लेकर टिका केंद्र का निरिक्षण किया। नेल्लोर ज़िले में ड्राई रन के लिए तीन केंद्र स्थापित किये गए है। जिला कलेक्टर चक्रधर बाबू ने नारायणा हॉस्पिटल में स्तिथ वैक्सीन सेंटर का निरिक्षण किया और अधिकारियो से पूरी प्रतिक्रिया के बारे में जानकारी ली।
कलेक्टर ने बताया की एक एक सेंटर में 25 लोगो को यहाँ ड्राई रन का टिका दिया जायेगा। इस में प्रशिक्षित डॉक्टर और अन्य नर्सिंग स्टाफ द्वारा टिका दिया जायेगा। ज़िले की 30 लाख की आबादी को कवर करने के लिए प्रशासन की और से पूरा एक्शन प्लान तैयार है। कलेक्टर ने कहा की ड्राई रन के लिए जिला स्वस्थ विभाग की और से चयन किये गए लोगो को 12 घंटे पहले एस ऍम एस द्वारा जानकारी दी जाएगी। उस के बाद उन्हें टिका केंद्र में पहुँच कर उस मैसेज को दिखाना होगा और उसके बाद उन्हें डिजिटल रूम में पूरी जानकारी देनी होगी।
उसके बाद डॉक्टरों की निगरानी में टिका दिया जाएगा। और टिका देने के बाद आधे घंटे तक ऑब्जरवेशन रूम में रखा जायेगा। अगर इस दौरान किसी को भी कुछ स्वस्थ सम्बंधित दिक्कत होती है तो डॉक्टरों द्वारा उनके स्वस्थ की जाँच की जाएगी। इस लिए पूरा प्रशासन इस में सतर्क है।आंध्र प्रदेश के 13 जिलों में कोविड-19 वैक्सिन का ड्राइ रन शनिवार से शुरू हुआ । इसके लिए स्थानों को निर्धारित किया गया है। ड्राइ रन का मुख्य उद्देश्य वैक्सिन की टेस्टिंग के साथ उसके क्रियान्वयन की जानकारी लेना है। यह वैक्सिन हर एक अंतराल के बाद दिया जाएगा।