पुलिस के हत्थे चढ़े ई-टीकट फर्जीवाड़े के आरोपी

आईएनएन/चेन्नई, @Infodeaofficial 

रेलवे में ई—टिक्ट फर्जीवाड़ा काफी समय से चल रहा है और इसमें शामिल लोगों को पकड़ने के लिए आरपीएफ के आईजी बीरेंद्र कुमार के आदेश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया। यह टीम सिनियर डीवीजनल सुक्योरिटि कमिशनर लुइस अमुधन को सीधे रिपोर्ट करती है। लुइस अमुधन को एक गुप्त सूचना मिली कि कुछ लोग ई—टीकट में फर्जीवाड़े का काम चला रहे हैं।

सूचना मिलते ही सिनियर डीवीजनल सुक्योरिटि कमिशनर लुइस अमुधन ने एक टीम का गठन किया गया। जिसका नेतृत्व आरपीएफ चेन्नई सेंट्रल के इंसपेक्टर एलएस शिवानेसन कर रहे थे। सब इंस्पेक्टर एस विल्लीनयगम ने सर्च वारंट लेकर पेरिआमेट स्थित एसवीएस टुर्स एंड ट्रेवल्स के आॅफिस में छापेमारी की।

छापेमारी के दौरान आरपीएफ की टीम ने इनके पास से 24,600 रुपए के तत्काल ई टीकट और 1,38,340 रुपए के एक्पार्ड 51 तत्काल टिकट बरामद किए। इनके पास से दो सीपीयु, दो मोनिटर, एक मोबाइल फोन और तीन नोटबुक भी बरामद किए गए, जिसे जब्त कर लिया गया है।

आरपीएफ की टीम ने एस नारायनन (46) और ए. सुंदरराजन (39) को गिरफ्तार किया। ये लाग चेन्नई के पुरसावाकम और कोसापेट के रहने वाले हैं। आज इन्हें मजीस्टे्रट कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किया गया जहां से इन्हें 3 दिसम्बर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

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