विष्णु शर्मा, आईएनएन/चेन्नई, @Svs037
भारत की सबसे पूरानी पारामिलिट्री फोर्स असम राइफल्स को मंगलवार को भारतीय तट रक्षक बल की शक्ति को देखने का मौका मिला। असम राइफल्स की 30 से ज्यादा जवानों की टीम इस अनुभव को लेने के लिए चेन्नई आई हुई थी। यह उनके दूसरे चरण के एफिलिएशन का हिस्सा है।
गौरतलब है कि इस साल 22 मई को दोनों संगठनों के महानिदेशक राजेंद्र सिंह (कास्ट गार्ड) और लेफटेनेंट जेनरल सुखदीप संगवान ( असम राइफल्स) ने इस चार्टर एफिलिएशन पर हस्ताक्षर किया। उसके बाद पहले चरण का एफिलिएशन शुरू हुआ।
इस मौके पर चेन्नई हार्बर पर भारतीय तट रक्षक जहाज शौर्य पर कास्टगार्ड के अतिरिक्त महानिदेशक वीएसआर मुर्ति ने कहा कि देश की सुरक्षा को और सुदृढ़ करने के लिए और समन्वय में तेजी लाने के लिए यह किया जा रहा है। इस प्रक्रिया से दोनों संगठनों को समझने में आसानी रहेगी। जो हमे किसी प्रकार की समस्या से निबटने में मदद करेगा।
असम राइफल्स और इंडियन कॉस्ट गार्ड के बीच यह स्थाई एफिलिएशन है। इस एफिलिएशन से सूचना व व्यक्ति आदान-प्रदान करने में मदद मिलेगी, सौहार्द बढ़ेगा, प्रशिक्षण के लिए एक दूसरे के संपत्तियों को व्यवहार में लाया जाएगा।
इस प्रयास से दोनों संगठन किसी भी विकट परेशानी को बड़ी आसानी से निबट लिया जाएगा।
असम राइफल्स का कॉम्बेट बटालियन को जल्द ही आईसीजीएस शौर्य पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
यही नहीं बाहर देश के प्रक्रियाओं में असम राइफल्स के लिए भी जहाज मे जगह बनाई जाएगी। जब उनसे पूछा गया कि क्या ऐसी सुविधा या समझौता सीआरपीएफ, बीएसएफ और आईटीबीपी के जवानों के लिए भी रहेगी तो उन्होंने कहा कि अभी तक एसी कोई व्यवस्था नहीं है लेकिन आगामी भविष्य में जरूरत पडऩे पर इसपर विचार किया जा सकता है।
इस मौके पर चेन्नई सिटी रिजन के पोस्टमास्टर जेनरल आर. आनंद, इंसपेक्टर जेनरल एस. प्रमेश समेत कई अन्य लोग भी मौजूद थे।
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