सोशल इंपैक्ट पर इंडस्ट्रि अकादमिआ कॉक्लेव मुम्बई में आयोजित करेगा आईआईटीएम
आईएनएन/चेन्नई, @Infodeaofficial
इंजीनियरिंग संस्थानों में आईआईटी मद्रास टॉप रैंकिंग में रहा है पर सामाजिक प्रभाव के क्षेत्र में किए गए संस्थान के कार्य के बारे में लोगों को ज्यदा जानकारी नहीं है। आईआईटी मद्रास के (इंटरनेशनल एंड अल्युमनि रिलेशन) के डीन प्रोफेसर महेश ने बताया लोगों को अपने काम के बारे में जागरुक करने के लिए आईआईटी मद्रास मुम्बई में सामाजिक प्रभाव पर पहला इंडस्ट्रि अकादमिआ कॉक्लेव आयोजित करने जा रहा है। १० दिसम्बर को आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम का उद्देश्य संस्थानों को समाज के लाभ के लिए अत्याधुनिक अनुशंधान क्षमताओं को प्रदर्शन करना है। इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य यही है कि हम व्यवसाइक समुदाय से जुडक़र उन्हें इसके बारे में जानकारी दें। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का मुम्बई में आयोजित करने के पीेछे एक प्रमुख कारण यह है भी है कि यहां देश भरके अधिकांश कारपोरेट और उसके मुख्यालय हैं।
प्रोफेसर महेश ने बताया कि इस काम के लिए इंडस्ट्रि के साथ पार्टनरशिप किया जा रहा है ताकि देश के अहम मुद्दों का हल निकाला जा सके। हम इसके लिए आईआईटी कारपोरेट भागीदारी की ओर देख रही है ताकि नए खोजों के माध्यम से देश और इसकी अर्थव्यवस्था को लाभ मिल सके। कार्यक्रम में महिंद्रा एंड महिंद्रा के प्रबंध निदेशक डा. पवन गोयंका हिस्सा लेंगे जो इंडस्ट्रि एकेडमिया पार्टनरशिप पर अपने विचार रखेंगे।
इसके अलावा एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख, हिंडालके इंडस्ट्रि के प्रबंध निदेशक सतिश पाई, टीटीके ग्रुप के चेयरमैन टीटी जगननाथन भी हिस्सा लेंगे जो इंडस्ट्रि अकादमिया कोलाब्रेशन पर बोलेंगे। इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य यही है कि हम व्यवसाइक समुदाय से जुडक़र उन्हें इसके बारे में जानकारी दें। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का मुम्बई में आयोजित करने का कारण यह है कि यहां देश भरके अधिकांश कारपोरेट और उसके मुख्यालय हैं।
कारपोरेट सेक्टर अपने सीएसआर फंडिंग के तहत इन शोध के लिए आईआईटी मद्रास का सहयोग कर सकते हैं। इस कार्यक्रम के तहत आईआईटी मद्रास साफ पीने का पानी, कचरा प्रबंधन, सोलर ऊर्जा ऑफ ग्रिड को व्यवहार में लाकर गांवों को बिजली मुहैया कराना, स्वास्थ्य रक्षा उपकरण का विकास आदि पर काम करेगी। इस कॉंक्लेव में आईआईटी (प्लानिंग) की डीन लिगी फिलिप, हेल्थकेयर टेक्रोलॉजी इनोवेशन सेंटर के निदेशक प्रोफेसर मोहनशंकर शिवप्रकाशम, आर-२डी-२ लैबोरेट्री की प्रमुख प्रोफेसर सुजाता श्रीनिवासन, इंक्युबेशन सेल की की सीईओ डा. तमस्वती घोष, रोबर्ट बोश सेंटर फॉर डेटा साइंस एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रोफेसर बी. रविंद्रन संबंधित विषयों के बारे में बोलेंगे।