120 सदस्य देशों के नेता 3 से 6 नवंबर तक नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन सभा के सातवें सत्र में भाग लेंगे

INN/New Delhi, @Infodeaofficial

नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) असेंबली के सातवें सत्र से जुड़ी विस्तृत जानकारी दी गई। 120 सदस्य देशों के नेता 3 से 6 नवंबर तक नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन सभा के सातवें सत्र में भाग लेंगे। भारत अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन असेंबली के सातवें सत्र की मेजबानी करेगा – जो सौर ऊर्जा संचालित भविष्य की दिशा में वैश्विक अभियान में एक महत्वपूर्ण क्षण है। 3 से 6 नवंबर तक, 120 देशों के नेता, भागीदार संगठन और निजी क्षेत्र नई दिल्ली के भारत मंडपम में एक स्थायी, सौर ऊर्जा संचालित भविष्य की दिशा में एक पथ तैयार करने के लिए एकत्रित होंगे।

भारत के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रल्हाद जोशी ने एक वैश्विक मंच के रूप में आईएसए के विकास पर प्रकाश डाला और सौर ऊर्जा को अपनाने में उनकी उल्लेखनीय प्रगति की सराहना की। आज नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) असेंबली के सातवें सत्र से जुड़ी विस्तृत जानकारी दी गई। 120 सदस्य देशों के नेता 3 से 6 नवंबर तक नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन सभा के सातवें सत्र में भाग लेंगे।

भारत अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन असेंबली के सातवें सत्र की मेजबानी करेगा – जो सौर ऊर्जा संचालित भविष्य की दिशा में वैश्विक अभियान में एक महत्वपूर्ण क्षण है। 3 से 6 नवंबर तक, 120 देशों के नेता, भागीदार संगठन और निजी क्षेत्र नई दिल्ली के भारत मंडपम में एक स्थायी, सौर ऊर्जा संचालित भविष्य की दिशा में एक पथ तैयार करने के लिए एकत्रित होंगे। भारत के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रल्हाद जोशी ने एक वैश्विक मंच के रूप में आईएसए के विकास पर प्रकाश डाला और सौर ऊर्जा को अपनाने में उनकी उल्लेखनीय प्रगति की सराहना की।

इस वर्ष की सभा मंत्रियों, मिशनों और प्रमुख हितधारकों को एक साथ लाएगी ताकि चर्चा की जा सके कि कैसे सौर ऊर्जा , ऊर्जा तक पहुंच में सुधार कर सकती है, सुरक्षा को बढ़ावा दे सकती है और ऊर्जा संक्रमण में तेजी ला सकती है, खासकर सीमित बिजली वाले क्षेत्रों में। भारत और फ्रांस के उदाहरण के साथ, सभा, दुनिया भर में सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाने की रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित करेगी। अब समय आ गया है कि हम सूर्य की शक्ति को पहचानें और सभी के लिए एक उज्जवल भविष्य का निर्माण करें।

इस वर्ष की सभा मंत्रियों, मिशनों और प्रमुख हितधारकों को एक साथ लाएगी ताकि चर्चा की जा सके कि कैसे सौर ऊर्जा , ऊर्जा तक पहुंच में सुधार कर सकती है, सुरक्षा को बढ़ावा दे सकती है और ऊर्जा संक्रमण में तेजी ला सकती है, खासकर सीमित बिजली वाले क्षेत्रों में। भारत और फ्रांस के उदाहरण के साथ, सभा, दुनिया भर में सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाने की रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित करेगी। अब समय आ गया है कि हम सूर्य की शक्ति को पहचानें और सभी के लिए एक उज्जवल भविष्य का निर्माण करें।

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