हार्दिक पटेल का आमरण-अनशन उपवास आंदोलन
सुरेन्द्र मेहता /आईएनएन/नई दिल्ली @Infodeaofficial
आज हार्दिक पटेल का आमरण-अनशन उपवास आंदोलन का छठा दिन हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपना बयान दर्ज कराते हुए कहा कि आज से पानी का भी त्याग कर दिया हैं जब तक किसानों की क़र्ज़ा माफ़ी और सामाजिक न्याय के तहत आरक्षण नहीं मिलेगा तब तक उपवास आंदोलन और संघर्ष लड़ाई जारी रहेगी।भाजपा सरकार और पुलिस की तानाशाही के ख़िलाफ़ युवाओं ने मुंडन कर विरोध जताया,अभी तक भाजपा की सरकार ने एक भी बार किसानों के हित में एक भी शब्द का उच्चारण नहीं किया।गुजरात भाजपा की सरकार किसानों और युवाओं के लिए संवेदनशील नहीं हैं।स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू करने के लिए बहुत बार आंदोलन हुए लेकिन सरकार स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू करने से डरती क्यूँ हैं।किसानों की दुगनी आय 2022 में होगी और नेताओ की दुगनी पगार तुरंत लागू हो जाती हैं।इंसान को फ़ोन,टीवी और फ़्रीज़ की ज़रूरत नहीं है,अन्न की ज़रूरत हैं।फिर भी फ़ोन,टीवी और फ़्रीज़ का मालिक करोड़पति है और सब को अन्न देने वाला ग़रीब। कब तक यह चलेगा,नहीं अब इसको बदलना हैं।हम बदलेंगे,आज का युवा बदलेगा.लड़ेंगे तभी तो जीतेंगे अब देखना पड़ेगा की आगे चलकर यह आंदोलन क्या रंग लाता है।