वामपंथियो का दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल
विक्रम जैन/आईएनएन नेल्लोर @Infodeaofficial वामपंथी संगठनों से जुड़ी 10 ट्रेड यूनियनों ने 8 और 9 जनवरी दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। संगठनों का आरोप है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने श्रमिक कल्याण के कदम उठाने के बजाए दमनकारी नीतिया अपना रही है । इसी दौरान सभी वामपंथी संगठनों से जुड़ी 10 ट्रेड यूनियनों मिलकर रैली निकली। यह रैली शहर के एबीएम कंपाउंड से आत्मकूर बस स्टैंड,गाँधी भोम्मा सेण्टर से होते हुए वीआरसी सेण्टर पहुंची। वीआरसी सेंटर में स्तिथ डॉ भीमराव आंबेडकर के मूर्ति के सामने प्रदर्शन किया। कुछ देर के लिए यातायात को भी रोक दिया गया। इस से वीआरसी से गाँधी भोम्मा सेण्टर तक भरी जाम लग गया। वही वीआरसी सेण्टर में यूनियन के नेताओ ने अपनी बात रखी। वामपंथी नेताओ ने कहा की जिस तरह केंद्र सरकार अपनी सरकर चला रही है लगता है की हिटलर का शासन चल रहा है। केंद्र सरकार श्रमिकों के कल्याण के कदम उठाने के बाजए दमनकारी नीतिया अपना रही है। बड़ी महेनत से पैसे बैंको में जमा करते है और माल्या जैसे लोग उसे लेकर भाग जाते है और सरकार खामोश रहती है। वादों स मुखर ना केंद्र सरकार की आदत बनगयी है। सभी वामपंथी नेताओ ने अपनी बात रखी। हड़ताल के दौरान प्रदर्शनकारियों ने आरटीसी बस स्टैंड के बहर भारी धरना प्रदर्शन किया। बस स्टेण्ड से एक भी बस बहार नहीं निकलने दिया। बैंक कर्मचारियों और स्कूलों ने भी इस बंद का समर्थन किया।