लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष वामपंथी नेता कामरेड सोमनाथ चटर्जी का निधन
सुरेन्द्र मेहता /आईएनएन/नई दिल्ली @Infodeaofficial
लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी का ८९ साल के उम्र में निधन हो गया। वह काफी समय से बीमार चल रहे थे और उनका डायलिसिस किया जाता रहा था। रविवार को दिल का दौरा पड़ा था जिसके बाद उनकी स्थिति ज्यादा विगड़ गया। जानकार डॉक्टरों की मने तो एक डॉक्टर ने बताया की गुर्दे संबधी समस्या से जूझ रहे थे। मंगलवार को गंभीर स्थिति में उनको अस्पताल में एडमिट कराया गया था। बताते चले की पिछले महीने भी पूर्व लोकसभा अध्यक्ष को मस्तिष्कघात के बाद उनको हॉस्पिटल में भर्ती करना पड़ा था। जानकारों ने बताया की पिछले ४० दिनों से उनका इलाज चल रहा था स्वस्थ में कुछ सुधार के बाद उनको राहत मिला था लेकिन पुनः मंगलवार को भर्ती कराया गया और वो इस इस दुनिया को अंतिम लाल सलाम पेस करते हुए अलविदा कह गए। आज ऐसे राजनीती के महायोद्धा के बारे में कुछ जानना बनता है सोमनाथ चटर्जी का जन्म २५ जुलाई १९२९ को असम के तेजपुर में हुआ था। उनके उनके पिता निर्मल चंद्र चटर्जी और माता का वीणापाणि देवी था उनका शिक्षा कोलकाता से लेकर ब्रिटेन तक चला ,उन्होंने ब्रिटेन से ही कानून की शिक्षा लेने के बाद कलकत्ता हाईकोर्ट में वकालत किया और इसके बाद राजनीती में आये वह राजनीती में अपने को प्रखर वक्ता के रूप में स्थापित कर लिया और लोगो के नजर में आने लगे सोमनाथ चटर्जी का राजनितिक जीवन संघर्ष विरोधाभासो के बिच रहा। क्योकि उनके पिता जहा दक्षिणपंथ राजनीती में विश्वास रखते थे वही सोमनाथ चटर्जी का राजनीती करियर कामरेड के रूप में सीपीऍम के साथ शुरू हुआ। १९७१ में पहली बार संसद सदस्य बने और फिर १० बार लोकसभा के सदस्य रहे पुनःसर्वश्रेष्ठ सांसद के पुरुस्कार से नमाज़ा गया था। इस जीवन यात्रा में वो अपने वारिस के रूप में एक पुत्र और दो पुत्री को छोर कर इस धरा धाम से विदा हो गए।