बंगाल में बीजेपी को ताज लेकिन तमिलनाडु में बदलेगा राज
Ritesh Ranjan, INN/Chennai, @royret
पिछले लगभग महीने भर से चल रहे पाँच राज्यों के राजनीतिक परीक्षा का परिणाम घोषित होने वाला है। भाजपा से लेकर कांग्रेस तक तथा डीएमके से लेकर टीएमसी तक सभी पाँच साल में एक बार होने वाली इस परीक्षा के परिणाम को लेकर उत्सुक हैं। बंगाल में मोदी और दीदी के बीच कांटे की टक्कर होने के चलते दोनो की ही साख दांव पर है।
जहाँ एग्जिट पोल दोनों के बीच कड़े मुकाबले का अनुमान लगा रहे हैं वहीं टीएमसी और बीजेपी दोनों ही अपनी जीत का दावा ठोकने में लगे हुए हैं। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के चुनाव प्रचार में जहाँ बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत कई केंद्रीय मंत्री और भाजपा के दिग्गजों ने जमकर चुनाव प्रचार किया टीएमसी की ओर से ममता दीदी ने अकेले अपने दम पर इन्हें मज़बूत टक्कर देने का काम किया।
आठ चरणों में हुए पश्चिम बंगाल के मतदान के बाद भले ही यहाँ की किस्मत ईवीएम मशीन में बंद हो गई हो लेकिन प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य महेश वर्मा से इस बाबत हुई बात-चीत में उन्होंन ग्रहों एवं सितारों की चाल की गणना से आकलन लगाते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में दीदी की राह सरल नहीं है। उनके मुताबिक वृषभ का राहु उन्हें निर्णय लेने में विचलित करेगा। इसके अलावा शनि की दशा और राहु की अंतर दशा उनके पक्ष में जाती नहीं दिख रही है। ग्रहों की यह दशा उनके अनुकूल नहीं होने के कारण इस बार उनके चुनाव हारने की संभावना अधिक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की कुंडली में चल रही चंद्र दशा और सूर्य की अंतर्दशा 29 मई के बाद उनके अच्छे दिन आने का संकेत दे रहे हैं। इसके अलावा नौवें और दसवें घर में धर्म कर्माधिपति योग होने से उनकी ख्याति और अधिक बढ़ने की संभावना है। बृहस्पति का गोचर जो तीसरे स्थान में है वह अपने करीबी मित्रों और सहयोगियों से इन्हें तनाव की स्थिति पैदा करता हुआ दिखाता है लेकिन 26 जून के बाद से स्थिति फिर से सामान्य हो जाएगी चुनाव के परिणाम मोदी की अपेक्षा अनुसार ना हो! यद्यपि उनकी जन्मपत्रिका के अनुसार नवंबर के बाद शुरू होने वाला मंगल रूचक योग उन्हें एक कुशल प्रशासक बनाएगा तथापि तीसरे स्थान में स्थित बृहस्पति का गोचर
अपने करीबी मित्रों और सहयोगियों से इन्हें तनाव की स्थिति पैदा करता हुआ प्रतीत हो रहा है। हालांकि 26 जून के बाद से स्थिति फिर से सामान्य हो जाएगी चुनाव के परिणाम मोदी की अपेक्षा अनुसार ना हो!
वहीं तमिलनाडु की बात की जाए तो एग्जिट पोल के आंकड़े डीएमके के पक्ष में जाते दिखाई दे रहे हैं। एआईएडीएमके को इस बार अपेक्षाकृत कम सीटें मिलने का अनुमान है तथा डीएमके प्रमुख एम के स्टालिन के मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो सकता है।
तमिलनाडु के बारे में अपने ज्योतिष गणना के अनुसार महेश वर्मा जी बताते हैं कि एमके स्टालिन के गोचर गुरु के छठे घर में शनि के साथ बैठना उनके विरोधियों को कमजोर बनाएगा। राजनीतिक फैसले उनके पक्ष में होंगें हालांकि अपना लक्ष्य पाने के लिए इन्हें कड़ी मेहनत भी करनी पड़ेगी।
राहु का दसवें तथा केतु का चौथे घर में बैठना यह दिखाता है कि वे चार से पाँच प्रतिशत के अंतर से चुनाव जीतकर तमिलनाडु के अगले मुख्यमंत्री बनेंगे!
तमिलनाडु के मौजूदा मुख्यमंत्री ई प पलानिस्वामी की कुंडली में छठे घर में शनि के साथ बैठे उनके गोचर गुरू भले ही उन्हें एक कुशल प्रशासक बनाता है लेकिन विपक्ष उन्हें कड़ी टक्कर देगा और अन्य पार्टियों का गठबंध भी उन्हें कोई विशेष फायदा नहीं पहुँचाएगा।
ग्रहों की गड़ना के मुताबिक इस बार उन्हें लगभग 102 सीटों से संतोष करना पड़ सकता है तथा मात्र दो से तीन प्रतिशत के अंतर वे सत्ता से चूक सकते हैं।